गजब की प्रतिभा 5वीं क्लास का बच्चा, 12वीं क्लास के छात्रों को ऑनलाइन पढ़ा रहा है फिजिक्स

Edited By Ramkesh,Updated: 24 Sep, 2020 04:08 PM

wonderful 5th grade child teaching physics to 12th class students online

कोरोना काल में कितनों की नौकरी चली गई कितने बेरोजगार हो गये है। लेकिन कहते है कि जिसके अन्दर प्रतिभा है। वह कभी भी मजबूर आसहाय नहीं महसूस कर सकता है।

देवरिया: कोरोना काल में कितनों की नौकरी चली गई कितने बेरोजगार हो गये है। लेकिन कहते है कि जिसके अन्दर प्रतिभा है। वह कभी भी मजबूर आसहाय नहीं महसूस कर सकता है। ऐसा ही देवरिया जनपद में देखने को मिला जहां 5 वीं में पढऩे वाला सारीम खान आज 12वीं क्लास को ऑनलाइन फिजिक्स पढ़ा रहा है। सारीम फर्राटे से अंग्रेजी बोलता है और यूट्यूब पर उसकी अब तक 80 से ऊपर वीडियो अपलोड हो चुकी हैं। हैरानी वाली बात यह है कि इतना छोटा बच्चा 12वीं के फिजिक्स के सवालों को कैसे हल कर रहा है?

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                                          (ऑनलाइन फिजिक्स पढ़ाते सारीम खान)
बता दें यह प्रतिभाशाली बालक देवरिया जनपद के विकासखंड के अवरही गांव का रहने वाला है। जिनके माता पिता पेशें से प्राइवेट टीचर हैं। उन्होंंने बताया कि लॉकडाउन की वजह से विद्यालय बंद चल रहे हैं। लॉकडाउन के दौरान सारीम ने दर्जनों किताबें पढ़ी हैं इसी कड़ी में सारीम ने फिजिक्स पर विशेष ध्यान दिया और पढ़ाई शुरू कर दी। प्रॉब्लम सॉल्विंग के लिए उसने गूगल का सहारा लिया और धीरे-धीरे फिजिक्स पर पकड़ बना ली। अब सारीम बेधड़क फिजिक्स के सवाल सेकंडों में सॉल्व कर लेता है। 12वीं की फिजिक्स हो या मैथ सभी के सवाल सारीम हल कर देता हैं।

वहीं जब सारीम से बात की गई तो उन्होंने बताया कि वे एक साइंटिस्ट बन देश के लिए नोबेल पुरस्कार जीतना चाहता है। सारीम सुपर 30 के निदेशक आनंद कुमार से काफी प्रभावित है, कि वह कैसे बच्चों को नि:शुल्क पढ़ाते हैं। उसका कहना है कि लॉक डाउन के दौरान कुछ बिजनेस किया जाए और पढ़ाई शुरू कर दी। जब उसे लगा कि यह ज्ञान और लोगों में बांटना चाहिए, तो यूट्यूब पर ऑनलाइन पढ़ाना शरू कर दिया। जहां दिक्कत महसूस हुई, गूगल और यू ट्यूब का सहारा लिया। सारीम और उसकी बहन कशिश ने यूट्यूब पर अपने नाम से अपना चैनल बनाया है। वह इसी फिजिक्स की दुनिया में रहना चाहता है। 

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          (ऑनलाइन मैथ पढाती कशिश)

वहीं सारीम के माता-पिता अपने बच्चों की प्रतिभा से काफी खुश हैं। उनका कहना है कि उनकी बेटी कशिश बहुत ही मेहनती है पर सारीम का अंदाजा लगाना मुश्किल है। लॉक डाउन के दौरान वह 35 से 40 किताबें पढ़ चुका है। वह एक बार जो पढ़ लेता है वह उसके दिमाग मे स्टोर हो जाता है। उसकी प्रतिभा को देखकर माता-पिता भी हैरान हैं। इनका कहना है कि अब उन्होंने दोनों बच्चों को देश के लिए समर्पित कर दिया है। 

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