Edited By Mamta Yadav,Updated: 22 Sep, 2023 04:19 AM

महिला आरक्षण बिल (नारी शक्ति वंदन विधेयक) गुरुवार को राज्य सभा में सर्वसम्मति से पास हो गया। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस अवसर को विकसित भारत के निर्माण में मील का पत्थर करार दिया।
Lucknow News: महिला आरक्षण बिल (नारी शक्ति वंदन विधेयक) गुरुवार को राज्य सभा में सर्वसम्मति से पास हो गया। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस अवसर को विकसित भारत के निर्माण में मील का पत्थर करार दिया।
मुख्यमंत्री ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर अपने हैंडल के माध्यम से इस ऐतिहासिक पर अपनी खुशी जाहिर की। उन्होंने कहा, “ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में 'उच्च सदन' राज्य सभा में सर्वसम्मति से पारित हुआ 'नारी शक्ति वंदन अधिनियम’ 'विकसित भारत' के निर्माण में मील का पत्थर साबित होगा। नारी सशक्तिकरण को सुनिश्चित करता यह बिल लोकतंत्र के प्रति आमजन के विश्वास को और अधिक मजबूत करेगा।”
जानिए, क्या है महिला आरक्षण विधेयक ?
गौरतलब है कि संसद के विशेष सत्र के दौरान राज्यसभा में गुरुवार को महिला आरक्षण बिल सर्वसम्मति से पास हो गया। सभी दलों ने इस बिल का समर्थन किया। बिल के समर्थन में 215 वोट और विरोध में कोई वोट नहीं पड़ा। इससे पहले लोकसभा ने बुधवार को नारी शक्ति वंदन विधेयक को मंजूरी दी थी, जिसमें संसद के निचले सदन और राज्य विधानसभाओं में 33 प्रतिशत सीट महिलाओं के लिए आरक्षित करने का प्रावधान है। इससे संबंधित ‘संविधान (एक सौ अट्ठाईसवां संशोधन) विधेयक, 2023’ पर निचले सदन में करीब 8 घंटे की चर्चा और कानून मंत्री अर्जुनराम मेघवाल के जवाब के बाद मत विभाजन के जरिए इसे स्वीकृति दी गई।