Edited By Tamanna Bhardwaj,Updated: 03 Jun, 2022 04:19 PM
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद शुक्रवार को कानपुर देहात जिले में स्थित अपने पैतृक गांव परौंख पहुंच गए हैं। राष्ट्रपति के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ...
कानपुर: राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद शुक्रवार को कानपुर देहात जिले में स्थित अपने पैतृक गांव परौंख पहुंच गए हैं। राष्ट्रपति के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मौजूद हैं। इस दौरान पीएम मोदी ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि आज राष्ट्रपति जी के गांव में आने का मेरा ये अनुभव एक सुखद स्मृति की तरह है। जब में राष्ट्रपति जी के साथ विभिन्न स्थानों को देख रहा था, तो मैंने भारत के गांव की कई आदर्श छवियों को भी महसूस किया।
उन्होंने कहा कि परोपकार की मिट्टी से राष्ट्रपति जी को जो संस्कार मिले हैं उसकी साझी आज दुनिया बन रही है।मैं देख रहा था कि एक तरफ संविधान और दूसरी तरफ संस्कार। आज राष्ट्रपति जी ने पद के द्वारा बनी हुई सारी मर्यादाओं से बाहर निकलकर मुझे आज हैरान कर दिया कि वे स्वयं हेलीपैड पर मुझे लेने आए। मैंने कहा राष्ट्रपति जी आपने मेरे साथ अन्याय कर दिया, तो उन्होंने सहज रूप से कहा कि संविधान की मर्यादाओं का पालन तो मैं करता हूं लेकिन कभी-कभी संस्कार की भी अपनी ताकत होती है। आज आप मेरे गांव आए हैं, मैं यहां पर अतिथि का सत्कार करने आया हूं, राष्ट्रपति के रूप में नहीं आया हूं।
पीएम ने कहा कि राष्ट्रपति जी ने अपने पैतृक आवास को मिलन केंद्र के रूप में विकसित करने के लिए दे दिया था। आज वो विमर्श और ट्रेनिंग सेंटर के तौर पर महिला सशक्तिकरण को नई ताकत दे रहा है। उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी भारत की आज़ादी को भारत के गाँव से जोड़कर देखते थे। भारत का गाँव यानी, जहां आध्यात्म भी हो, आदर्श भी हों! भारत का गाँव यानी, जहां परम्पराएँ भी हों, और प्रगतिशीलता भी हो! भारत का गाँव यानी, जहां संस्कार भी हो, सहकार भी हो! जहां ममता भी हो, समता भी हो।