Edited By Pooja Gill,Updated: 19 May, 2023 12:54 PM

उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के वाराणसी (Varanasi) में धर्म की नगरी काशी (Kashi) में बाबा श्री काशी विश्वनाथ मंदिर परिसर के पास स्थित ज्ञानवापी (Gyanvapi) और मां श्रृंगार गौरी मंदिर (Shringar Gauri Temple) को आदि विश्वेश्वर मंदिर (Adi Vishweshwar...
वाराणसीः उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के वाराणसी (Varanasi) में धर्म की नगरी काशी (Kashi) में बाबा श्री काशी विश्वनाथ मंदिर परिसर के पास स्थित ज्ञानवापी (Gyanvapi) और मां श्रृंगार गौरी मंदिर (Shringar Gauri Temple) को आदि विश्वेश्वर मंदिर (Adi Vishweshwar Temple) बताते हुए एक भव्य मंदिर के मॉडल को तैयार किया है। ज्ञानवापी मुकदमे से जुड़े लोगों द्वारा इस लड़की के मॉडल को तैयार किया गया है। उनका दावा है कि, साल 1669 में मुगल शासक औरंगजेब ने मंदिर को तोड़कर मस्जिद का निर्माण कराया। उनका कहना है कि इस मॉडल को देशभर में प्रदर्शित किया जाएगा ताकि, लोगों को पता चल सके के औरंगजेब के तुड़वाने से पहले मंदिर कैसा दिखता था और कितना भव्य था।

ज्ञानवापी मामले से जुड़े ड़ा. रामप्रसाद सिंह का कहना है कि वर्ष 1669 से पहले ज्ञानवापी में भव्य मंदिर मौजूद था। इसका उल्लेख तमाम धार्मिक और ऐतिहासिक पुस्तकों में भी मिलता है। वहीं, हिंदू पक्ष से जुड़े आरपी सिंह का दावा है कि मंदिर तोड़े जाने से पहले इस प्रकार ही भगवान आदि विश्वेश्वर का मंदिर दिखता था। इतिहासकार एएस अल्टेकर व जेम्स प्रिंसेप ने मंदिर की जानकारी देते हुए बताया कि, तमाम पुस्तकों से जानकारी लेकर भगवान आदि विश्वेश्वर का मंदिर माडल तैयार किया गया है।
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दस महीनों में तैयार हुआ मंदिर का मॉडल
मंदिर के मॉडल को पांडेयपुर में रहने वाले अमर अग्रवाल ने तैयार किया है। उसे मंदिर का मॉडल तैयार करने में दस महीने लग गए। पहले मंदिर 128 फीट ऊंचा और 136 फीट चौड़ा था। तीन मंजिला इमारत में 8 फीट ऊंचा शिखर था। मंदिर में आठ मंडप भी थे। इसी तरह में जो कुछ भी था सब पहले की तरह ही दिखाया गया है। आने वाले समय में कोर्ट के निर्देश के पश्चात इसी मॉडल को लेकर हिंदू पक्ष जनजागरण करके, इस मॉडल के तर्ज पर मंदिर बनवाने की मांग करेगा।