Edited By Umakant yadav,Updated: 14 Apr, 2021 07:21 PM
देश के साथ उत्तर प्रदेश में कोरोना की दूसरी लहर बेकाबू हो गई है। कोरोना के नए मामले हर दिन नया रिकॉर्ड बना रहे हैं। तेजी से बढ़ते कोरोना संक्रमितों के उपचार के लिए योगी सरकार ने बड़ा फैसला लिया है। सरकार ने कोविड संक्रमितों के बेहतर उपचार के लिए...
लखनऊ: देश के साथ उत्तर प्रदेश में कोरोना की दूसरी लहर बेकाबू हो गई है। कोरोना के नए मामले हर दिन नया रिकॉर्ड बना रहे हैं। तेजी से बढ़ते कोरोना संक्रमितों के उपचार के लिए योगी सरकार ने बड़ा फैसला लिया है। सरकार ने कोविड संक्रमितों के बेहतर उपचार के लिए निजी अस्पताल और प्रयोगशाला का अधिग्रहण करने का फैसला किया है। साथ ही निजी लैबों में कोरोना जांच की मनमानी फीस पर भी लगाम लगा दी है। अब निजी लैबों में 900 रूपये में कोरोना जांच की जाएगी।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कोरोना के कारण उपजे हालात को देखते हुए निजी अस्पतालों पर भी नकेल कस दी है। अब निजी अस्पतालों के डॉक्टर और पैरामेडिकल स्टाफ मनमानी छुट्टियां नहीं ले सकते। यूपी सरकार ने निजी अस्पताल के डॉक्टर्स और स्टाफ के मनमानी छुट्टी लेने पर रोक लगा दी है। अब मेडिकल सेवा में किसी को भी अवकाश के लिए सीएमओ से अनुमति लेनी होगी।
गौरतलब है कि यूपी में कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों के बीच मंगलवार को इलाहाबाद हाईकोर्ट ने योगी सरकार से अधिक संक्रमण वाले जिलों में पूर्ण लॉकडाउन लागू करने पर विचार करने के लिए कहा था। यूपी में पंचायत चुनाव की प्रक्रिया चल रही है। पंचायत चुनाव की प्रक्रिया के बीच कोरोना के नए मामले हर दिन नया रिकॉर्ड बना रहे हैं।