Edited By Purnima Singh,Updated: 09 Jul, 2025 01:18 PM

उत्तर प्रदेश के देवरिया जिले से बड़ी धांधली का मामला प्रकाश में आया है। मनरेगा योजना में हो रही धांधली से हड़कंप मच गया है। मनरेगा योजना में मुर्दे भी मजदूर बन काम कर रहे हैं ......
देवरिया: उत्तर प्रदेश के देवरिया जिले से बड़ी धांधली का मामला प्रकाश में आया है। मनरेगा योजना में हो रही धांधली से हड़कंप मच गया है। मनरेगा योजना में मुर्दे भी मजदूर बन काम कर रहे हैं। साथ ही कई ऐसे लोग भी हैं जो बिहार, गुजरात के अलावा अन्य राज्यों में नौकरी करते हुए भी यहां सड़क पर मिट्टी डालने का काम कर रहे हैं। उनके खातों में मजदूरी के तौर सरकारी धन भी जा रहा है।
मृत, दिव्यांग आदि भी बना रहे सड़क
यह भारी भ्रष्टाचार का पूरा मामला जिले के बैतालपुर विकासखंड के लखनचंद गांव का है। बताया जा रहा है कि लखनचंद गांव के निवासी जवाहर की मौत लगभग 3 साल पहले हो गई थी, लेकिन वह अब भी मनरेगा योजना के तहत सड़क पर मिट्टी डालने का काम कर रहे हैं। वहीं, श्रीनिवास, रामेश्वर, रामलखन जो बाहर रहकर नौकरी करते हैं, ये सभी लगातार मनरेगा योजना के अंतर्गत कच्ची सड़क बनाने का काम कर रहे हैं। यह धांधली बस इतने पर ही नहीं रूकती है, पूरी तरह से दिव्यांग गांव के निवासी जयराम भी इस योजना से जुड़े हुए हैं और कार्य कर रहे हैं।
जांच में सही मिले आरोप, सीडीओ ने लिया कड़ा एक्शन
शिकायतकर्ता प्रियांशु पटेल की जानकारी पर विकासखंड स्तर के अधिकारियों ने मामले की जांच कराई। जांच में मामला सही पाए जाने के बाद मनरेगा के टीए और संबंधित सचिव के खिलाफ रिकवरी के आदेश दे दिए गए हैं। साथ ही इस कार्य को श्रमदान घोषित कर दिया गया है। जिले के सीडीओ प्रत्यूष पांडे ने कहा, “हमने मामले की जांच कराई और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की है।” वहीं शिकायतकर्ता प्रियांशु पटेल ने कहा, “हमने इस भ्रष्टाचार की शिकायत की थी और अब न्याय मिला है।”