Edited By Prashant Tiwari,Updated: 12 Jan, 2023 03:15 PM

प्रदेश में होने वाले निकाय चुनाव के टलने के बाद UP BJP में बदलाव की सुगबुगाहट तेज हो गई है। एक तरफ जहां UP BJP प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी ने नई टीम बनाने के लिए निर्देश दिया है।
लखनऊ (अश्वनी कुमार सिंह) : प्रदेश में होने वाले निकाय चुनाव के टलने के बाद UP BJP में बदलाव की सुगबुगाहट तेज हो गई है। एक तरफ जहां UP BJP प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी ने नई टीम बनाने के लिए निर्देश दिया है। वहीं दूसरी तरफ जिलों में कई वर्षों से संगठन में महत्वपूर्ण पदों पर तैनात पदाधिकारियों को भी बदले जाने की संभावना है।
करीब 50 % जिलाध्यक्ष बदले जाएंगे
यूपी में BJP की सरकार बनने के बाद से ही यह तय माना जा रहा था कि उन जिलों में जहां 2017 में BJP ने अच्छा प्रदर्शन किया था लेकिन 2022 के चुनाव में हार गई है। उन जिलों के जिलाध्यक्षों व पदाधिकारियों पर कार्रवाई होगी। लेकिन प्रदेश में निकाय चुनाव होने के कारण BJP के प्रदेश नेतृत्व ने कोई फैसला नहीं किया और चुनाव तक स्थिति यथावत बने रहने दी लेकिन निकाय चुनाव में आरक्षण को लेकर हाईकोर्ट के फैसले पर सुप्रीम कोर्ट का रुख करने के कारण चुनाव टलने के बाद से संगठन में बदलाव की कवायद तेज हो गई है। सूत्रों के मुताबिक इस बदलाव में प्रदेश भर के मंडलों, जिलों, व तहसील स्तर के करीब 1918 में से 40-50% तक अध्यक्ष बदल दिए जाएंगे।

पहले चरण में फरवरी तक प्रदेश की नई टीम की जाएगी गठित
बदलाव के इस बयार में सबसे पहले फरवरी तक प्रदेश की नई टीम गठित की जाएगी। जिसमें संगठन मंत्रियों, महासचिवों व प्रवक्ताओं को बदला जाएगा। जिसके बाद जिलाध्यक्षों और मंडल अध्यक्षों को बदलने का काम शुरू होगा। जिसमें संगठन में कई वर्षों से महत्वपूर्ण पदों पर बैठे लोगों की छुट्टी तय मानी जा रही है।

क्षेत्र के साथ जातीय समीकरण साधने की तैयारी
UP BJP के द्वारा गठित की जा रही नई टीम में निकाय चुनाव व 2024 के लोकसभा चुनाव के मद्देनजर क्षेत्र के साथ जातीय समीकरण साधने की तैयारी की जा रही है। BJP इस बदलाव से सवर्ण जातियों को साधने की तैयारी कर रही है। इसमें प्रमुख रूप से ठाकुर, वैश्य, भूमिहार और कायस्थ समाज को साधने का प्रयास किया जाएगा। माना जा रहा है कि BJP इन जातियों के नेताओं को संगठन में महत्वपूर्ण पद देने की तैयारी में है।आपको बता दे कि BJP 2024 के चुनावी दंगल में किसी भी प्रकार का खतरा उठाने के मूड में नहीं है। वह BJP से नाराज चल रहे जातियों को भी साधने की पूरजोर कोशिश कर रही है।