Edited By Ramkesh,Updated: 30 Aug, 2022 11:19 AM

लखनऊः वर्ल्ड रेसलिंग चैंपियनशिप 2022 के लिए यूपी की राजधानी लखनऊ में 29 अगस्त को भारतीय महिला टीम के ट्रायल हुए। दरअसल वर्ल्ड रेसलिंग चैंपियनशिप 2022, 10 से 18 सितंबर के बीच सर्बिया के बेलग्रेड में होनी है....
लखनऊः वर्ल्ड रेसलिंग चैंपियनशिप 2022 के लिए यूपी की राजधानी लखनऊ में 29 अगस्त को भारतीय महिला टीम के ट्रायल हुए। दरअसल वर्ल्ड रेसलिंग चैंपियनशिप 2022, 10 से 18 सितंबर के बीच सर्बिया के बेलग्रेड में होनी है। जिसके लिए सोमवार को भारतीय महिला टीम का चुनाव कर लिया गया है। वही ट्रायल के दौरान कुछ ऐसा हुआ कि ट्रायल बीच में ही रोकने पड़े। जिसकी वजह किसी खिलाड़ी को चोट लगाना या तकनीकी खराबी नहीं थी, बल्कि भाजपा सांसद और रेसलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के दिए गए आदेश थे।

बता दें कि वर्ल्ड रेसलिंग चैंपियनशिप 2022 के लिए भारतीय महिला टीम के चुनाव के लिए ट्रायल हुए। इसके ट्रायल लखनऊ के साई सेंटर में सोमवार यानी 29 अगस्त को हुए। ट्रायल के दौरान जब विश्व चैंपियनशिप में 59 किग्रा भार वर्ग में भारत का प्रतिनिधित्व करने वाली पहलवान को तय करने के लिए मुकाबला शुरू हुआ, लेकिन इस मुकाबले को पूरा होने से पहले ही बीच में रोक दिया गया। जिसकी वजह कोई तकनीकी खराबी नहीं थी, बल्कि भाजपा सांसद और रेसलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह ने रेफरी को ऐसा करने का आदेश दिया था।
दरअसल, इस ट्रायल प्रतियोगिता के मुख्य अतिथि अयोध्या के हनुमानगढ़ी मठ के संत थे। डब्ल्यूएफआई विनर-टेक-ऑल बाउट की शुरुआत से पहले मैच पर दोनों पहलवानों को आशीर्वाद देने के लिए उन्हें आमंत्रित करना भूल गया था। इसी के चलते पूर्व में विश्व चैंपियनशिप में पदक जीत चुकीं पूजा ढांडा और उनकी युवा विपक्षी मानसी को मुकाबले को अचानक रोकना पड़ा, ताकि संत वो दोनों खिलाड़ियों को आशीर्वाद दें और उनके साथ तस्वीरें खिंचवाएं। वही बृजभूषण शरण सिंह वहां बैठ कर अपनी मर्जी से सारी कार्यवाही को नियंत्रित करते दिखाई दिए।