Edited By Pooja Gill,Updated: 07 Jul, 2024 10:05 AM
UP News: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ प्रदेश में बाढ़ बचाव की तैयारियों का हाल जानने के लिए खुद फील्ड में उतरे और गोरखपुर में उन्होंने राप्ती नदी के मलौनी, लहसडी तटबंध पर हुए सुरक्षात्मक कार्यों का डुहिया के समीप निरीक्षण किया...
UP News: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ प्रदेश में बाढ़ बचाव की तैयारियों का हाल जानने के लिए खुद फील्ड में उतरे और गोरखपुर में उन्होंने राप्ती नदी के मलौनी, लहसडी तटबंध पर हुए सुरक्षात्मक कार्यों का डुहिया के समीप निरीक्षण किया। इस दौरान हजारों की संख्या में जुटे लोगों ने मुख्यमंत्री का अभिनंदन कर बाढ़ बचाव के लिए हुए कार्यों के प्रति आभार जताया। तटबंध मार्ग पर भी उनका लोगों ने जगह-जगह स्वागत किया। लोगों के इस रुझान को विकासपरक बताते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि बाढ़ बचाव को लेकर सरकार की समयबद्ध कार्ययोजना का अब दिख रहा परिणाम है और इस कार्ययोजना का लाभ बड़े पैमाने पर लोगों को मिल रहा है।
नदी तटबंध पर कार्यों का अवलोकन करने के बाद योगी ने जताया संतोष
सीएम ने बाढ़ बचाव को लेकर राप्ती नदी के मलौनी, लहसडी तटबंध पर हुए 6.57 करोड़ रुपये से अधिक से हुए सुरक्षात्मक कार्यों का भौतिक निरीक्षण किया। उन्होंने नदी तटबंध पर बोल्डर पिचिंग, स्पर, जिओ बैग आदि के कार्यों का अवलोकन करने के बाद संतोष जताया। इस दौरान सीएम ने गंडक संगठन के अंतर्गत बाढ़ की विभीषिका से आमजन को बचाने के लिए हुए कार्यों को लेकर लगाई गई फोटो गैलरी का अवलोकन किया। उन्होंने कहा कि मानसून की अच्छी बारिश के साथ ही नदियों में बाढ़ ने भी दस्तक दे दी है पर भाजपा सरकार की बनाई कार्ययोजना के समयबद्ध क्रियान्वयन से किसी को फिक्र करने की आवश्यकता नहीं है। सरकार की प्राथमिकता रही है कि बाढ़ बचाव को लेकर सभी कार्य 15 जून तक पूरे कर लिए जाएं और यह समय सीमा काफी कारगर रही और इसका लाभ प्रदेशवासियों को मिलेगा।
समय पर हुए कार्यों का आज परिणाम सबके सामने हैः योगी
सीएम योगी ने कहा कि गोरखपुर में पांच, सात वर्ष पहले मानीराम, कुदरिहा, मलौनी, लहसडी आदि तटबंध काफी संवेदनशील होते थे। 1998 में लहसडी बंधा कटने से शहर जलमग्न हो गया था। एयरफोर्स तक पानी पहुंच गया था पर सरकार ने कार्ययोजना बनाकर इन संवेदनशील तटबंधों को सुरक्षित बना दिया है। समय पर हुए कार्यों का आज परिणाम सबके सामने है। जहां जरूरत हुई वहां नदियों की ड्रेजिंग कराई गई नदियों की धारा को चैनलाइज कराया गया, बोल्डर पिचिंग के काम कराए गए। उन्होंने कहा कि सरकार के प्रयासों से सिर्फ बाढ़ से सिर्फ तटबंध ही सुरक्षित नहीं हुए हैं बल्कि जलजमाव की समस्या भी समाप्त हुई है। बाढ़ बचाव के कार्यों से जनहानि तो रुकी ही बल्कि जलजमाव से होने वाली बीमारियों से भी मुक्ति मिल रही है। इससे बीमारी के इलाज पर खर्च होने वाला पैसा अब लोगों की समृद्धि में सहायक बन रहा है। उन्होंने लोगों से अपील की कि वे अपने गांव को स्वच्छ और सुंदर बनाएं। गांव में गंदगी नहीं रहेगी तो बीमारियां भी दूर रहेंगी।