Edited By Imran,Updated: 04 Oct, 2023 01:29 PM

उत्तर प्रदेश के देवरिया जिले में 2 अक्टूबर को हुए नरसंहार के मामले में एक ही परिवार के 5 लोगों की हत्या करने के आरोप में पुलिस ने 16 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है।
देवरिया नरसंहार: उत्तर प्रदेश के देवरिया जिले में 2 अक्टूबर को हुए नरसंहार के मामले में एक ही परिवार के 5 लोगों की हत्या करने के आरोप में पुलिस ने 16 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। जबकि, दूसरे पक्ष के मृतक प्रेम यादव के घर की अब पैमाइश हो रही है। वहीं, दूबे परिवार के सत्यप्रकाश की एकलौती बची सबसे बड़ी बेटी शोभिता का कहना कि...
'' बीते सोमवार को सुबह ही मेरे छोटे भाई दीपेश का फोन आया। उसने बताया कि प्रेम यादव फिर घर पर आकर पापा से लड़ाई कर रहा है। दीदी तुम जल्दी पुलिस को फोन करो। वह पापा से मारपीट कर रहा है। मैंने उस वक्त से ही पुलिस को फोन करना शुरू किया। लेकिन, रूद्रपुर थाने से लेकर यूपी-112 तक का फोन नहीं उठा। मैं कभी भाई से फोन पर बात करती तो कभी पुलिस को फोन करती रही। लेकिन, कोई जवाब नहीं मिला।
कुछ देर बाद मेरे भाई का फोन आना बंद हो गया। इधर से मिलाने पर भी फोन काट दिया जाता था। फिर मैंने पापा का फोन ट्राई किया। उनके फोन पर भी ऐसा ही होता रहा। मुझे लगा कि शायद घर पर लड़ाई हो रही होगी। इसके बाद मेरे पापा और भाई दोनों का फोन बंद हो गया। घर में सिर्फ यही दो फोन थे। पड़ोस में भी कोई ऐसा नहीं था जिसे मैं फोन कर सकूं। मुझे किसी अनहोनी की आशंका हो गई।
इसके बाद मैंने गूगल से SP देवरिया का नंबर निकाला और फिर SP साहब को फोन किया। उनसे बात हुई, तब जाकर उन्होंने गांव में पुलिस भेजी। पुलिस पहुंची तो मेरे पापा, मम्मी, दो बहनें और एक भाई की मौत हो चुकी थी। दूसरे की सांस चल रही थी। उसे पुलिस अस्पताल ले गई। समय रहते अगर पुलिस का फोन उठ गया होता तो शायद आज मेरा परिवार जिंदा होता।''
पुलिस प्रशासन की कार्रवाई तेज
आपको बता दें कि 2 अक्टूबर को हुए नरसंहार के मामले में पुलिस-प्रशासन ने पंचायत सदस्य प्रेमचंद यादव की घेराबंदी भी शुरू कर दी है। यादव परिवार के द्वारा 5 लोगों की हत्या करने का हिसाब अब सभी परिवारजनों को चुकाना पड़ सकता है, क्योंकि अब प्रशासन ने उनके मकान पर बुलडोजर चलाने की तैयारी कर ली है।
बताया जा रहा है कि प्रेम के मकान का अधिकांश हिस्सा खलिहान की जमीन पर कब्जा कर बनाया गया है। इसके अलावा गांव में अन्य सरकारी भूमि पर कब्जे की जांच भी राजस्व विभाग कर रहा है। डीएम अखंड प्रताप सिंह ने अभयपुर गांव में सरकारी भूमि की पैमाइश के लिए मुख्य राजस्व अधिकारी (सीआरओ) के नेतृत्व में टीम गठित कर दी है। टीम पूरे दिन गांव में नाप का काम करती रही। प्रेमचंद यादव के खिलाफ सरकारी जमीनों पर कब्जे की शिकायत की जांच शुरू कर दी गई है। डीएम ने रुद्रपुर के एसडीएम योगेश गौड़ को राजस्व अभिलेखों की जांच कर प्रेम और उसके परिवार के नाम पर दर्ज जमीनों की ब्योरा देने का निर्देश दिया है।