Edited By Tamanna Bhardwaj,Updated: 07 Nov, 2020 12:09 PM
कोरोना संक्रमण के कारण 188 दिनों तक बंदी के बाद ताजमहल 21 सितंबर को आम पर्यटकों के लिए खोल दिया गया। धीरे-धीरे पर्यटकों की संख्या में इजाफा हो रहा है। हालांकि आम दिनों के मुकाबले शनिवार और रविवार को पर्यटकों की संख्या अच्छी खासी रहती है। इस साल...
आगराः कोरोना संक्रमण के कारण 188 दिनों तक बंदी के बाद ताजमहल 21 सितंबर को आम पर्यटकों के लिए खोल दिया गया। धीरे-धीरे पर्यटकों की संख्या में इजाफा हो रहा है। हालांकि आम दिनों के मुकाबले शनिवार और रविवार को पर्यटकों की संख्या अच्छी खासी रहती है। इस साल कोरोना वायरस संक्रमण के चलते अंतरराष्ट्रीय फ्लाइट्स आरंभ नही हुई हैं। इसके चलते ताजमहल देखने आने वाले विदेशियों की संख्या न के बराबर ही है। ताजमहल में एक दिन के अंदर अधिकतम पांच हजार टिकट ही बुक हो सकती हैं। यानी सुबह व दोपहर के स्लॉट में 2500-2500 पर्यटक ही ताज का दीदार कर सकते हैं।
कोरोना महामारी के चलते 17 मार्च से संस्कृति मंत्रालय ने एहतियात बरतते हुए ताजमहल को बंद कर दिया था। लेकिन ठीक 188 दिनों बाद ताजमहल को पर्यटकों के लिए खोल दिया गया। अधीक्षण पुरातत्वविद वसंत कुमार स्वर्णकार ने बताया, ताजमहल के दीदार के लिए हर दिन दो हजार से ढाई हजार लोग आ रहे हैं। इन हालातों में इतने पर्यटक आ रहे हैं ये भी बहुत है। इन पर्यटकों में अधिकतर स्थानीय लोग हैं। लेकिन दूसरे राज्यों से भी पर्यटक जो ताजमहल का दीदार करने आ रहे हैं। इनमें हर दिन 2-4 विदेशी पर्यटक भी शामिल होते हैं। हालांकि अधिकारी भविष्य में और अच्छी उम्मीद लगाए बैठे हुए हैं।
इंस्पेक्टर पर्यटन इकबाल हैदर ने बताया, ये सभी स्थानीय लोग हैं, गली नुक्कडों में ये सभी इन घटनाओं को अंजाम देते हैं। इन लोगों की कोई पहचान नहीं होती, ये कोई भी हो सकता है। हम इन जैसे लोगों पर नजर बनाए रखते हैं। ये खाली हाथ घूमते हैं। ये यहीं के निवासी होते हैं, कोई ऐसा पर्यटक दिखता है जिसके पास टिकट नहीं होती है, उन्हें जाकर बेच देते हैं।