Edited By Mamta Yadav,Updated: 17 Apr, 2025 04:55 PM

प्रदेश की योगी आदित्यानाथ सरकार भले ही मुफ्त और बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराने के दावे कर रही हो लेकिन जमीनी हकीकत इसके बिल्कुल उलट है। शामली के सरकारी अस्पताल में डॉक्टर के द्वारा गर्भवती महिला के ऑपरेशन करने के बाद सर्जन डॉक्टर ने महिला के...
Shamli News, (पंकज मलिक): प्रदेश की योगी आदित्यानाथ सरकार भले ही मुफ्त और बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराने के दावे कर रही हो लेकिन जमीनी हकीकत इसके बिल्कुल उलट है। शामली के सरकारी अस्पताल में डॉक्टर के द्वारा गर्भवती महिला के ऑपरेशन करने के बाद सर्जन डॉक्टर ने महिला के परिजनों से 5 हजार की रिश्वत ली। वहीं डॉक्टर सर्जन के द्वारा रिश्वत लेने की वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गई। वायरल वीडियो में सर्जन रिश्वतखोरी के रुपये लेते हुए दिखाई दें रहे है। मामले में चिकित्सा अधीक्षक ने जांच कर कार्रवाई करने की बात कहीं है।

500-500 रुपए का नोट लेते दिखा सर्जन
बता दें कि जनपद में डॉक्टर की एक बार फिर रिस्वत लेने का मामला सामने आया है जहां सरकारी अस्पताल में मरीजों के परिजनों से जबरन वसूली की जा रही है। वहीं सोशल मीडिया पर एक मिनट 37 सेकेंड का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। वायरल वीडियो कैराना सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का बताया जा रहा है। जहां पर तैनात सर्जन डॉक्टर मनीष राठी एक युवक से 500-500 रुपये के नोट लेते हुए दिखाई दे रहे हैं। साथ ही अन्य दो कर्मचारियों को भी रुपये देने की बात कहीं जा रही है। वहीं सर्जन के द्वारा वायरल वीडियो में कहा जा रहा है कि ऑपरेशन करने के लिए करीब 1600 रुपये का तो सामान ही आ गया।

सर्जन के द्वारा 10 हजार रुपये की मांग की गई
वहीं मौहल्ला आलकला निवासी मोहम्मद शादाब ने बताया कि कुछ दिन पहले उसकी भाभी आलिया को प्रसव पीड़ा होने के बाद उन्होंने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर भर्ती कराया था। जिसके बाद वहां पर तैनात सर्जन मनीष राठी ने उसकी भाभी को ऑपरेशन से बच्चा होने की बात कहीं। सर्जन मनीष राठी ने उसकी भाभी का ऑपरेशन किया। ऑपरेशन से उसने नवजात बच्चे को जन्म दिया। वहीं ऑपरेशन करने के बाद सर्जन के द्वारा उनसे 10 हजार रुपये की मांग की गई। रुपये न होने पर उन्होंने जैसे-तैसे रुपयों का प्रबन्ध किया। सर्जन ने उनसे पांच हजार रुपए लिए। वहीं सर्जन ने अन्य एक कर्मचारियों को 1500 व दूसरे कर्मचारी को 2000 रुपये भी दिलवाए। पीड़ित ने आरोपी सर्जन व कर्मचारियों के विरुद्ध कार्रवाई करने की मांग की है। मामले में चिकित्सा अधीक्षक डॉ शैलेंद्र चौरसिया का कहना है कि वें छुट्टी पर घर आए हुए है। मामले की जानकारी कराकर जांच कर कार्रवाई की जायेगी।
हालांकि इससे पहले भी डॉक्टर हो स्टाफ नर्स हो या फिर स्वास्थ्य विभाग से जुड़ा हुआ कोई भी कर्मचारी। जिनकी काम की एवज में रुपए लेने की वीडियो सामने आ चुकी है। जिसमे आज तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई जबकि सरकार से भी मोटी-मोटी तंखा लेते हैं।