Edited By Pooja Gill,Updated: 08 Apr, 2025 10:48 AM

शाहजहांपुर: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की हत्या की धमकी का पत्र मिला है। इस पत्र में लिखा है कि ''आने वाली 10 अप्रैल को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को हम दोनों जान से मार देंगे...
शाहजहांपुर: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की हत्या की धमकी का पत्र मिला है। इस पत्र में लिखा है कि ''आने वाली 10 अप्रैल को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को हम दोनों जान से मार देंगे। ये दिन सीएम योगी का आखिरी दिन होगा।'' इस धमकी भरे पत्र के मिलने के बाद पुलिस प्रशासन में हड़कंप मच गया। पुलिस ने आरोपी की तलाश शुरू कर दी और सोमवार को आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है।
बता दें कि धमकी भरा पत्र भेजने वाले कथित आरोपी को सोमवार को हिरासत में लेकर पुलिस ने पूछताछ शुरू कर दी। पुलिस के अनुसार, जलालाबाद क्षेत्र के गुनारा निवासी एक व्यक्ति ने साजिश के तहत अपने गांव के ही दो भाइयों को पुलिस मामले में फंसाने और उनकी जमीन हड़पने की नीयत से मुख्यमंत्री की हत्या की धमकी का पत्र पुलिस अधीक्षक को भेजा था। पुलिस अधीक्षक (एसपी) राजेश द्विवेदी ने बताया कि चार अप्रैल को उनके कार्यालय को एक पंजीकृत पत्र प्राप्त हुआ, जिसमें प्रेषक के रूप में आबिद अंसारी का नाम दर्ज था।
पत्र में ये लिखा...
पत्र में लिखा था ,‘‘आबिद तथा नसीम हम दोनों भाई गुनारा जलालाबाद में रहते हैं। आने वाली 10 अप्रैल को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को हम दोनों जान से मार देंगे क्योंकि उन्होंने हमारे रिश्तेदार मुख्तार अंसारी तथा अतीक अहमद को मुठभेड़ में मरवा दिया। उनके बेटों को जेल में डाल दिया इसलिए हम आपको चुनौती दे रहे हैं कि अगर बचा सकते हो तो बचा लो।” एसपी ने बताया कि पत्र में लिखा था, “पाकिस्तान से सब कुछ आ चुका है और हम लोगों ने आईएसआई से प्रशिक्षण प्राप्त किया है और हम उसके एजेंट हैं। दस अप्रैल का दिन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का आखिरी दिन होगा।”
आरोपी को पकड़ने के लिए बनाई गई थी टीम
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि इस पत्र के बाद उन्होंने सदर बाजार थाने में मामला दर्ज कराते हुए टीम बना दीं। उन्होंने कहा कि पुलिस की छानबीन में मामले में संदिग्ध जलालाबाद के गुनारा निवासी अजीम का नाम सामने आया जिसके बाद पुलिस ने आज आरोपी अजीम को हिरासत में लिया। उन्होंने बताया कि पूछताछ में आरोपी अजीम ने बताया है , “हमने यह पत्र आबिद तथा नसीम के नाम से इसलिए भेजा था ताकि इनको फंसा दें और हम उनकी जमीन पर कब्जा कर लें। हमने इसी उद्देश्य से यह पत्र पुलिस अधीक्षक को भेजा था क्योंकि इसमें हमारे नाम का कहीं जिक्र नहीं था।” पुलिस ने आरोपी अजीम को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है। उन्होंने कहा कि तथ्यों के आधार पर अग्रिम कार्रवाई की जाएगी।