Edited By Tamanna Bhardwaj,Updated: 21 Apr, 2023 03:50 PM

माफिया अतीक अहमद और अशरफ की हत्या के बाद चौकाने वाली बात सामने आई है। हत्याकांड के बाद 800 फोन नंबर अचानक बंद हो गए हैं। उमेश पाल मर्डर केस में पुलिस ने शूटरों की तलाश में अतीक से जुड़े लोगों के नंबर...
प्रयागराज: माफिया अतीक अहमद और अशरफ की हत्या के बाद चौकाने वाली बात सामने आई है। हत्याकांड के बाद 800 फोन नंबर अचानक बंद हो गए हैं। उमेश पाल मर्डर केस में पुलिस ने शूटरों की तलाश में अतीक से जुड़े लोगों के नंबर सर्विलांस पर डाले थे, जिनमें से 800 नंबर अचानक बंद हो गए हैं। फोन नंबर बंद होने का सिलसिला जारी है। बंद हुए फोन नंबरों की डीटेल पुलिस खंगाल रही है। जिन लोगों के नंबर बंद हुए हैं, उनमें अतीक की जमीन की खरीद-फरोख्त में शामिल लोग भी शामिल हैं।

उमेश पाल के शूटरों की तलाश में पुलिस टीमों ने शूटर के दोस्तों रिश्तेदारों के साथ-साथ अतीक अहमद की जमीन खरीद-फरोख्त से जुड़े लोगों के नंबर सर्विलांस पर लिए थे। बंद हुए नंबरों का डिटेल खंगाला जा रहा। उनकी कॉल डिटेल ली जा रही। इसकी ठीक-ठीक वजह का तो पता अभी नहीं चला है, लेकिन इससे जांच करने में बाधा आ रही है। बताया जा रहा है कि बंद हुए कई नंबर अतीक के करीबियों और रिश्तेदारों के भी हो सकते हैं। अतीक के दूर दराज के रिश्तेदार तक इसे लेकर डरे हुए हैं और चाहते हैं कि जांच की आंच उन तक न आने पाए। सवाल यह भी है कि इतने ज्यादा मोबाइल नंबर एकसाथ बंद कैसे और क्यों हो गए।

अतीक और उसके परिवार की मदद करने वाले कई लोग फरार चल रहे हैं। साथ ही उमेश पाल के हत्यारों के मददगार भी या तो किसी दूसरे रिश्तेदार के घर चले गए हैं या घूमने का बहाना बनाकर प्रदेश छोड़ चुके हैं। एसटीएफ के मुताबिक जो नंबर बंद हुए हैं उनमें से ज्यादातर लोग रडार पर थे, लेकिन इस वजह से उनपर हाथ नहीं डाला जा रहा था कि शायद उनकी वजह से किसी आरोपी का पता चल जाए और उसे पकड़ा जा सके। बता दें कि ये सभी नंबर प्रदेश के 22 जिलों में स्विच ऑफ हुए हैं। हालांकि इसमें सभी नंबर अतीक के गिरोह से जुड़े नहीं हैं। इसमें कई अन्य गिरोह के बदमाशों के भी नंबर हैं।