Edited By Ajay kumar,Updated: 26 Aug, 2023 05:09 PM

फर्जी बीए एवं बीपीएड के अंकपत्र एवं प्रमाणपत्र बनवाकर सरकारी नौकरी हथियाने वाले बर्खास्त शिक्षक उमेश कुमार और विनय कुमार की अब चल और अचल संपत्ति को नीलाम कर 73.91 लाख की वसूली की जाएगी। बेसिक शिक्षा विभाग के कई नोटिस को दोनों आरोपी नजरअंदाज करते आ...
बरेली: फर्जी बीए एवं बीपीएड के अंकपत्र एवं प्रमाणपत्र बनवाकर सरकारी नौकरी हथियाने वाले बर्खास्त शिक्षक उमेश कुमार और विनय कुमार की अब चल और अचल संपत्ति को नीलाम कर 73.91 लाख की वसूली की जाएगी। बेसिक शिक्षा विभाग के कई नोटिस को दोनों आरोपी नजरअंदाज करते आ रहे हैं। नियुक्ति की तिथि से बर्खास्त होने से पहले वेतन में मिली धनराशि वसूलने के लिए बीएसए संजय सिंह ने एडीएम वित्त एवं राजस्व संतोष बहादुर सिंह को चिट्ठी भेजी है।
दोनों आरोपी शिक्षक गांव लोनार, जिला हरदोई के रहने वाले हैं। एडीएम फाइनेंस की ओर से जल्द आरोपियों को रिकवरी सर्टिफिकेट (आरसी) जारी की जाएगी। बीएसए ने एडीएम फाइनेंस को 17 अगस्त को भेजी चिट्ठी में कहा है कि 29 जुलाई को स्कूल शिक्षा एवं राज्य परियोजना महानिदेशक की ओर से बर्खास्त शिक्षकों से रकम वसूल कराने के पुनः निर्देश मिले हैं।
चार बर्खास्त शिक्षकों में उमेश और विनय कुमार को वेतन दिया गया था। उमेश कुमार पुत्र रामप्रसाद बर्खास्त सहायक अध्यापक प्रा. वि. बरगवां और विनय कुमार पुत्र नंदलाल सहायक अध्यापक प्रा.वि. भैसया ब्लॉक बहेड़ी में कार्यरत थे। दोनों से रिकवरी कराने के लिए 1 जनवरी 2021 को भी पत्र जारी किया गया था। एसटीएफ की जांच में बीए एवं बीपीएड के अंकपत्र एवं प्रमाणपत्र कूटरचित एवं फर्जी मिले थे। दोनों के विरुद्ध बारादरी थाने में एफआईआर दर्ज हुई थी।