Edited By Anil Kapoor,Updated: 03 Mar, 2023 11:15 AM

उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (UPSEB) ने उन 67 स्कूलों (School) की मान्यता वापस लेने की प्रक्रिया शुरू कर दी है, जहां हाईस्कूल (High School) और इंटरमीडिएट की बोर्ड परीक्षा (Intermediate Board Exam) में मुन्नाभाई (Munna Bhai) पकड़े गए थे।...
प्रयागराज: उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (UPSEB) ने उन 67 स्कूलों (School) की मान्यता वापस लेने की प्रक्रिया शुरू कर दी है, जहां हाईस्कूल (High School) और इंटरमीडिएट की बोर्ड परीक्षा (Intermediate Board Exam) में मुन्नाभाई (Munna Bhai) पकड़े गए थे। स्थानीय बोलचाल में 'मुन्ना भाई' कहे जाने वाले कुल 120 ढोंगियों को इन स्कूलों (School) से पकड़ा गया है और उनके खिलाफ प्राथमिकी (FIR) दर्ज कर उन्हें जेल (Jail) भेज दिया गया है। यूपी बोर्ड (UP Board) के सचिव दिव्यकांत शुक्ला ने कहा, "हमने राज्य के 67 कॉलेजों (College) की पहचान की है, जहां से मुन्ना भाईयों (Munna Bhai) को पकड़ा गया है। हालांकि, बोर्ड की सतर्कता के चलते 120 ऐसे मुन्ना भाईयों को पकड़ा (Arrested) गया है।"
यूपी के 67 स्कूलों की मान्यता की जाएगी रद्द
जानकारी के मुताबिक, बोर्ड ने डीआईओएस के माध्यम से प्राप्त रिपोर्ट के आधार पर ऐसे स्कूलों की एक सूची तैयार की है और जिन स्कूलों में नामांकित प्रॉक्सी उम्मीदवार हैं, उन्होंने मान्यता के लिए निर्धारित शर्तों का पालन नहीं किया है, उन्होंने कहा कि सभी के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की गई है। शुक्ला ने कहा, "इन स्कूलों ने परीक्षाओं के संचालन में गंभीर अनियमितता की है और माध्यमिक शिक्षा अधिनियम, 1921 के अध्याय सात के विनियम-11 में दी गई धारा का उल्लंघन किया है। इसके तहत संस्थानों की मान्यता वापस ले ली जाएगी।" उन्होंने बताया कि सभी 67 स्कूलों की मान्यता वापस लेने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।

कक्षा 6 से 8 तक के लिए केवल होगी लिखित परीक्षा
इस बीच, राज्य के सरकारी और सहायता प्राप्त स्कूलों में कक्षा 1 से 8 तक की वार्षिक गृह परीक्षाएं 20-24 मार्च तक होंगी। उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन और परिणाम तैयार करने का काम 30 मार्च तक होगा, जबकि रिपोर्ट कार्ड 31 मार्च को बांटे जाएंगे। अब दो साल के अंतराल के बाद परीक्षा हो रही है। वहीं सचिव, उत्तर प्रदेश बेसिक शिक्षा परिषद, प्रताप सिंह बघेल ने कहा कि कक्षा 1 के छात्रों के लिए मौखिक परीक्षा आयोजित की जाएगी, जबकि मौखिक और लिखित दोनों परीक्षाएं कक्षा 2 से 5 तक आयोजित की जाएंगी। कक्षा 6 से 8 तक के लिए केवल लिखित परीक्षा होगी।