Edited By Ruby,Updated: 16 Nov, 2018 12:07 PM

अयोध्या के प्रसिद्ध चौदह कोसी परिक्रमा मेला की तैयारियां जिला प्रशासन ने पूरी कर ली है। 24 घंटे चलने वाली परिक्रमा 16 नवंबर से सुबह 7 बजे से शुरू हो गई है। यह परिक्रमा 17 नवम्बर को प्रात: 8.47 पर समाप्त होगी। वहीं पंचकोसी परिक्रमा एकादशी 18 नवम्बर...
अयोध्याः अयोध्या के प्रसिद्ध चौदह कोसी परिक्रमा मेला की तैयारियां जिला प्रशासन ने पूरी कर ली है। 24 घंटे चलने वाली परिक्रमा 16 नवंबर से सुबह 7 बजे से शुरू हो गई है। यह परिक्रमा 17 नवम्बर को प्रात: 8.47 पर समाप्त होगी। वहीं पंचकोसी परिक्रमा एकादशी 18 नवम्बर को पूर्वान्ह 10.26 बजे से प्रारम्भ होकर 19 नवम्बर को पूर्वान्ह 11.36 मिनट पर समाप्त होगी। मान्यताओं के मुताबिक बड़ा परिक्रमा अर्थात चौदह कोसी परिक्रमा का सीधा संबंध मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम के चौदह वर्ष के वनवास से है।
किवदंतियों के अनुसार भगवान श्रीराम के चौदह वर्ष के वनवास से अपने को जोड़ते हुए अयोध्यावासियों ने प्रत्येक वर्ष के लिए एक कोस परिक्रमा की होगी। इस प्रकार चौदह वर्ष के लिए चौदह कोस परिक्रमा पूरा किया होगा। तभी से यह परंपरा बन गई और उस परंपरा का निर्वाह करते हुए आज भी कार्तिक की अमावस्या अर्थात दीपावली के नौवें दिन लाखों श्रद्धालु यहां आकर करीब 42 किलोमीटर अर्थात 14 कोस की परिक्रमा एक निर्धारित मार्ग पर अयोध्या और फैजाबाद नगर का चौतरफा पैदल नंगे पांव चलकर अपनी-अपनी परिक्रमा पूरा करते हैं।
कार्तिक महीने की शुक्ल पक्ष की अष्टमी के दिन शुरू होने वाले इस परिक्रमा में ज्यादातर श्रद्धालु ग्रामीण अंचलों से आते हैं। यह एक-दो दिन पूर्व ही यहां आकर अपने परिजनों व साथियों के साथ विभिन्न मंदिरों में आकर शरण ले लेते हैं और परिक्रमा के दिन निश्चित समय पर सरयू स्नान कर अपनी परिक्रमा शुरू कर देते हैं जो उसी स्थान पर पुन: पहुंचने पर समाप्त होती है।