Edited By Tamanna Bhardwaj,Updated: 25 May, 2022 06:24 PM
जावेद अली खान ने बुधवार को समाजवादी पार्टी (सपा) के प्रत्याशी के रूप में राज्यसभा चुनाव का नामांकन दाखिल किया। वर्ष 2014 से 2020 तक सपा के राज्यसभा सदस्य रहे 59 वर्षीय खान ने पार्टी के वरिष्ठ नेताओं...
लखनऊ: जावेद अली खान ने बुधवार को समाजवादी पार्टी (सपा) के प्रत्याशी के रूप में राज्यसभा चुनाव का नामांकन दाखिल किया। वर्ष 2014 से 2020 तक सपा के राज्यसभा सदस्य रहे 59 वर्षीय खान ने पार्टी के वरिष्ठ नेताओं रामगोपाल यादव, अंबिका चौधरी तथा अन्य की मौजूदगी में नामांकन दाखिल किया। खान ने बाद में संवाददाताओं से बातचीत में कहा, "मैंने सपा प्रत्याशी के रूप में नामांकन दाखिल किया है। मैं पार्टी नेतृत्व को धन्यवाद देता हूं कि उसने मुझे एक बार फिर मौका दिया है।"
इससे पहले, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता रहे कपिल सिब्बल ने बुधवार को ही सपा समर्थित निर्दल उम्मीदवार के तौर पर नामांकन दाखिल किया। प्रदेश की 403 सदस्यीय विधानसभा में भाजपा के 255 और उसके सहयोगी दलों को मिलाकर कुल 273 विधायक हैं और वह राज्यसभा की 11 सीटों में से आठ पर अपने उम्मीदवारों को आसानी से जीत दिला सकती है। वहीं दूसरी ओर सपा और उसके सहयोगी दलों के सदस्यों की कुल संख्या 125 है और वह तीन उम्मीदवारों को जिता सकती है। इस बार उत्तर प्रदेश के कुल 11 राज्यसभा सदस्यों का कार्यकाल जुलाई में समाप्त हो रहा है। इनमें भाजपा के जफर इस्लाम, शिव प्रताप शुक्ला, संजय सेठ, सुरेंद्र नागर और जयप्रकाश निषाद शामिल हैं।
इसके अलावा सपा के सुखराम सिंह यादव, रेवती रमण सिंह और विशंभर प्रसाद निषाद का कार्यकाल भी समाप्त हो रहा है। बहुजन समाज पार्टी के राज्यसभा सदस्य सतीश चंद्र मिश्रा और अशोक सिद्धार्थ तथा कांग्रेस के कपिल सिब्बल का कार्यकाल भी जुलाई में ही समाप्त हो रहा है। इन सीटों पर नामांकन की प्रक्रिया मंगलवार को शुरू हो चुकी है। चुनाव 10 जून को होगा। उत्तर प्रदेश में राज्यसभा के एक प्रत्याशी को जीतने के लिए कम से कम 34 विधायकों के वोट की जरूरत होती है।