Edited By Mamta Yadav,Updated: 21 Oct, 2022 12:54 AM

उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित सिविल सेवा परीक्षा 2021 में 16वीं रैंक हासिल कर उपजिलाधिकारी के पद पर चयनित हुए बेलीगंज निवासी अरनव मिश्र ने जिले का नाम रौशन किया है। हाल ही में वह संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) परीक्षा 2021 में भी चयनित हुए...
रायबरेली: उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित सिविल सेवा परीक्षा 2021 में 16वीं रैंक हासिल कर उपजिलाधिकारी के पद पर चयनित हुए बेलीगंज निवासी अरनव मिश्र ने जिले का नाम रौशन किया है। हाल ही में वह संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) परीक्षा 2021 में भी चयनित हुए थे। अर्णव ने देश और प्रदेश की सबसे प्रतिष्ठित परीक्षाओं में सफल होकर अपनी मेधा का परचम लहराया है। अरनव ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा सेंट पीटर्स स्कूल और एसजेएस से पूरी की थी।

आईआईटी जोधपुर से इंजीनियरिंग करने के बाद अर्णव ने कुछ समय नौकरी भी की। इसके बाद उन्होंने प्रशासनिक सेवा में जाने के उद्देश्य से सिविल सेवा परीक्षा में सम्मिलित होने की तैयारी की। भारतीय विदेश सेवा (आईएफएस) की अधिकारी उनकी बड़ी बहन आरुषि मिश्रा उनकी प्रेरणा स्रोत रहीं। अर्णव ने बताया कि कड़ी मेहनत, लगन और परिवार के माहौल की मदद से उन्होंने अपना लक्ष्य हासिल किया है। बेलीगंज निवासी एडवोकेट अजय मिश्र और शिक्षिक नीता मिश्रा के पुत्र अर्णव अपनी सफलता का श्रेय अपने माता-पिता के अलावा बड़ी बहन और बहनोई के कुशल मार्गदर्शन, परिवार के सहयोग और शिक्षकों को देते हैं।
गौरतलब है कि इसके पूर्व अरनव की बड़ी बहन आरुषि मिश्र ने भी भारतीय प्रशासनिक सेवा, भारतीय वन सेवा और उत्तर प्रदेश लोक सेवा में भी जिले का नाम रोशन किया था। अर्णव के बहनोई चर्चित गौड भी आईएएस अधिकारी हैं। अर्णव के शिक्षक सेंट पीटर्स स्कूल के अध्यापक पवन अग्निहोत्री का कहना है कि उनके विद्यालय की केमिस्ट्री की शिक्षिका नीता मिश्रा की संतानें आरुषि और अरनव बचपन से मेधावी थे। इन्होंने हमेशा स्कूल की परीक्षाओं में भी उच्च अंक हासिल किए थे। उसी मेहनत का नतीजा है कि आज इन दोनों को यह उच्च मुकाम हासिल हुआ है।