Edited By PTI News Agency,Updated: 21 May, 2020 07:54 PM

लखनऊ, 21 मई :भाषा: समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने गुरूवार को आरोप लगाया कि भाजपा की संकीर्ण मानसिकता और विद्वेष से भरी विभाजनकारी नीतियों के चलते जहां देश में कोरोना संकट गहराया है और अर्थव्यवस्था रसातल पर पहुंच गई है वहीं विदेश...
लखनऊ, 21 मई :भाषा: समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने गुरूवार को आरोप लगाया कि भाजपा की संकीर्ण मानसिकता और विद्वेष से भरी विभाजनकारी नीतियों के चलते जहां देश में कोरोना संकट गहराया है और अर्थव्यवस्था रसातल पर पहुंच गई है वहीं विदेश नीति की विफलताओं के कारण सीमाएं असुरक्षित हुई हैं और पड़ोसी देशों से रिश्ते बिगड़े हैं।
यहां जारी एक बयान में यादव ने कहा कि सरकार की विफल विदेश नीति के कारण नेपाल से भारत के विरोध में स्वर उठने लगे है। स्थिति यहां तक आ गई है कि नेपाल के प्रधानमंत्री नेपाली संसद में भारत विरोधी बयान दे रहे हैं। नेपाल भारतीय क्षेत्रों पर अपने अधिकार के नक्शे जारी कर रहा है। नेपाल भारत का विश्वासपात्र और सबसे पुराना साथी रहा है। भाजपा की नीतियों से वह हमसे दूर चला गया है। चीन हमारा पुराना प्रतिद्वंदी राष्ट्र है। नेपाल में उसके प्रभाव को रोकने में भाजपा सरकार की विफलता भारत पर भारी पड़ रही है।
उन्होंने कहा कि कोरोना संकट से निबटने में प्रधानमंत्री जी ताली-थाली बजवाकर और दिए जलवाकर भी कोई चमत्कार नहीं कर पाए हैं।
उन्होंने आरोप लगाया कि गरीब मजदूरों के साथ दुव्र्यवहार हो रहा है। मुफ्त यात्रा प्रबन्धन के दावों के बावजूद दलाल बेबस इंसानों को लूटने में लगे हैं। मजबूर मजदूरों को घर तक न पहुंचाने के लिए तरह-तरह के बहाने गढ़े जा रहे हैं। भाजपा की राजनीति षडयंत्रकारी नीति में बदल रही है।
यादव ने सुझाव दिया कि भाजपा सरकार को कोरोना वायरस के विस्तार पर नियंत्रण करने के लिए अधिक से अधिक जांच करानी चाहिए। सरकार को बीमारी पर नियंत्रण करने के साथ ही मरीजों से दुर्व्यवहार नही हो ,यह सुनिश्चित करना चाहिये ।
यह आर्टिकल पंजाब केसरी टीम द्वारा संपादित नहीं है, इसे एजेंसी फीड से ऑटो-अपलोड किया गया है।