Edited By Mamta Yadav,Updated: 11 Mar, 2023 09:42 PM

उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में फरवरी (February) में आयोजित हुए वैश्विक निवेश सम्मेलन (Global Investment Summit) के समाप्त होने के बाद इसमें हुए करार को धरातल पर उतारने की तैयारियां शुरू हो गई है। वैश्विक निवेशक सम्मेलन (GIS) में 33.50 लाख करोड़...
नोएडा: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में फरवरी (February) में आयोजित हुए वैश्विक निवेश सम्मेलन (Global Investment Summit) के समाप्त होने के बाद इसमें हुए करार को धरातल पर उतारने की तैयारियां शुरू हो गई है। वैश्विक निवेशक सम्मेलन (GIS) में 33.50 लाख करोड़ रुपये के औद्योगिक निवेश जुटाने के बाद प्रदेश सरकार (UP Government) ने इसे धरातल पर उतारने की समय सीमा भी निर्धारित कर दी है।

उत्तर प्रदेश सरकार (Uttar Pradesh Government) ने नोएडा (Noida), ग्रेटर नोएडा (Greater Noida) और यमुना विकास प्राधिकरण (Yamuna Development Authority) को 1.35 लाख करोड़ रुपये का लक्ष्य दिया है। जुलाई में पहला आधारशिला कार्यक्रम (GBC) होगा, जिससे पहले तीनों प्राधिकरण के अधिकारी इस लक्ष्य को पूरा करने के लिए जुट गए हैं। उत्तर प्रदेश के अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास आयुक्त ने यमुना प्राधिकरण को 35,000 करोड़ रुपये की परियोजनाओं को धरातल पर उतारने का लक्ष्य दिया है।
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इसी तरह नोएडा प्राधिकरण को 60,000 करोड़ रुपये व ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण को 40,000 करोड़ रुपये का लक्ष्य मिला है। प्रदेश में औद्योगिक विकास को गति देने के लिए योगी सरकार ने फरवरी में वैश्विक निवेशक सम्मेलन 2023 का आयोजन किया था।