Edited By Ajay kumar,Updated: 13 Jan, 2020 01:32 PM
जहां एक तरफ बीजेपी लोगों को नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) समझा रही है तो वहीं दूसरी तरफ उसका विरोध रुकने का नाम नहीं ले रहा है। ताजा मामला प्रयागराज का है।
प्रयागराज: जहां एक तरफ बीजेपी लोगों को नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) समझा रही है तो वहीं दूसरी तरफ उसका विरोध रुकने का नाम नहीं ले रहा है। ताजा मामला प्रयागराज का है। यहां सोमवार को सीएए के विरोध में रोशन बाग और मंसूर अली पार्क में बड़ी संख्या में मुस्लिम महिलाओं ने धरना प्रदर्शन किया। महिलाओं ने कहा कि सरकार इस काले कानून को नहीं समाप्त करती तो हम अनिश्चितकाल के लिए धरना देने को बाध्य होंगे। बता दें कि बीजेपी तिरंगा यात्रा निकालकर मुस्लिमों को सीएए समझाने का प्रयास कर रही है।
महिलाओं का आरोप है कि केंद्र सरकार लोगों को गुमराह करके न सिर्फ बंटवारे की राजनीति कर रही है बल्कि विभाजन की रेखा भी खींच रही है। शहर की करेली, अटाला ,रोशन बाग समेत कई मुस्लिम बहुल क्षेत्र की महिलाएं मनसूर अली पार्क में पहुंचे लगी। किसी को भनक नही थी कि महिलाएं एकत्र होकर सीएए, एनआरसी और एनपीआर का विरोध करेंगी। माइक पर महिलाओं ने भाषण शुरू किया तो लोगों का ध्यान पार्क की ओर गया।
प्रर्दशन में देर रात इलाहाबाद विद्यालय की पूर्व अध्यक्ष व सपा नेत्री रिचा सिंह और नेहा यादव भी पहुंच गईं। वाम दल के नेता और कांग्रेस नेता भी पहुंच गए। इस दौरान विरोध होने के साथ नारेबाजी भी शुरू हो गई। प्रदर्शन कर रही महिलाओं का कहना था कि देश उनका है और अपने ही देश में रहने के लिए कागजात मांगे जा रहे हैं। ऐसे में यह गलत है और कोई भी कागजात नहीं दिखाए जाएंगे। इस प्रदर्शन में छोटे-छोटे बच्चे संग मुस्लिम महिलाओं ने आवाज बुलंद की।