Edited By Umakant yadav,Updated: 20 Jan, 2021 12:18 PM
उत्तर प्रदेश में वीर सावरकर की तस्वीर को लेकर सियासत शुरू हो गई है। विपक्ष इस तस्वीर को लेकर भाजपा सरकार पर सवाल खड़े कर रहा है। कांग्रेस एमएलसी दीपक सिंह ने विधान परिषद के सभापति को पत्र लिखकर विरोध जताया है।
लखनऊ: उत्तर प्रदेश में वीर सावरकर की तस्वीर को लेकर सियासत शुरू हो गई है। विपक्ष इस तस्वीर को लेकर भाजपा सरकार पर सवाल खड़े कर रहा है। कांग्रेस एमएलसी दीपक सिंह ने विधान परिषद के सभापति को पत्र लिखकर विरोध जताया है। सिंह ने पत्र में लिखा कि सरकार ने विधान परिषद के मरम्मत के दौरान स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों और आजादी के लिए फांसी का फंदा चूमने वाले महापुरुषों की तस्वीरों के बीच सावरकर की भी तस्वीर लगा दी। जो कि स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों का अपमान है।
दरअसल, हाल ही में यूपी विधान परिषद के मेन गेट पर भारतीय स्वतंत्रता सेनानी और प्रखर राष्ट्रवादी नेता विनायक दामोदर वीर सावरकर की तस्वीर लगवाई गई थी। जिसे लेकर यूपी में सियासत का पारा ऊपर चढ़ गया है। कांग्रेस एमएलसी दीपक सिंह ने विधान परिषद के गेट से सावरकर की तस्वीर हटाए जाने की मांग के साथ ही उन पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं। कांग्रेस एमएलसी के लिखे पत्र से पक्ष और विपक्ष आमने-सामने हो गए हैं।
वहीं दीपक सिंह के बयान को योगी सरकार के मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह ने दुर्भाग्यपूर्ण करार देते हुए कहा कि कांग्रेस के नेता और MLC को इतिहास पता ही नहीं है, ये इतिहास को एक परिवार तक सीमित रखना चाहते हैं। इतिहास बहुत बड़ा है। एक राष्ट्रभक्ति की गाथायें लिखी है जिसमें सावरकर जी भी आते है। इंदिरा जी ने डाक टिकट दिया था और कहा था कि वे राष्ट्र योद्धा थे।
उधर, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि विधान परिषद में चित्र वीथिका से सबको प्रेरणा मिलेगी। सावरकर के बारे में आदित्यनाथ ने कहा, ‘‘सावरकर जी का व्यक्तित्व प्रत्येक भारतवासी के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। सावरकर स्वतंत्रता संग्राम सेनानी के साथ-साथ एक बहुत बड़े दार्शनिक, लेखक, कवि भी थे।’’