Edited By Mamta Yadav,Updated: 20 Sep, 2022 10:45 PM
उत्तर प्रदेश के कुशीनगर जिले में कप्तानगंज के सिंघारी बाजार में गरीबों के राशन में घपला करने की शिकयत पर उपजिलाधिकारी (एसडीएम) ने कोटेदार के विरुद्ध जांच का आदेश दिया।
कुशीनगर: उत्तर प्रदेश के कुशीनगर जिले में कप्तानगंज के सिंघारी बाजार में गरीबों के राशन में घपला करने की शिकयत पर उपजिलाधिकारी (एसडीएम) ने कोटेदार के विरुद्ध जांच का आदेश दिया।
आधिकारिक सूत्रों ने मंगलवार को बताया कि ग्रामीणों ने इसकी शिकायत एसडीएम से की थी। एसडीएम के निर्देश पर सप्लाई इंस्पेक्टर ने गांव में पहुंच कर शिकायत की जांच की। ग्रामीणों का आरोप सही पाए जाने पर सप्लाई इंस्पेक्टर ने तत्काल प्रभाव से कोटे की दुकान को बगल के गांव से अटैच कर अग्रिम कार्रवाई के लिए अपनी रिपोर्ट उच्च अधिकारियों को भेज दी।
सिंघारी बाजार के ग्रामीणों ने कोटेदार पर राशन को नियमित रूप से न बांटने और प्रति यूनिट एक किलो कम राशन देने की शिकायत की थी। इसका विरोध करने पर कोटेदार द्वारा ग्रामीणों को धमकाने की शिकायत भी सप्लाई इंस्पेक्टर से 10 दिन पहले की थी। शिकायत की सुनवाई न होने पर ग्रामीणों ने एसडीएम रत्निका श्रीवास्तव से शिकायत की। एसडीएम के निर्देश पर सोमवार को सप्लाई इंस्पेक्टर दुर्गा दत्त ने अपनी टीम के साथ राशन की दुकान पर छापा मार कर शिकायत के तथ्यों की पड़ताल की। इसमें ग्रामीणों के आरोप सही पाये गये।
कोटेदार से पूछने पर उसने छापा दल को बताया कि उसे ऊपर से ही कम राशन मिलता है। उसकी दुकान में 290 राशन कार्ड की जगह 234 कार्ड का ही राशन आता है। जांच अधिकारियों ने दुकान का निरीक्षण किया। जिसमें केवल एक सौ पच्चीस किलो चावल मिला। चना, रिफाइंड तेल और नमक आदि सब गायब था। सप्लाई इंस्पेक्टर ने कहा कि कार्ड धारकों की शिकायत निराधार नहीं है। राशन वितरण में कोटेदार द्वारा मनमानी और अनियमितता की गई है।
इसे गंभीर मामला बताते हुए उन्होंने कहा कि तत्काल प्रभाव से सिंघारी बाजार कोटे की दुकान को पड़ोसी गांव गंभीरपुर के कोटे की दुकान से अटैच की जा रही है। सिंघारी के कोटेदार तुफानी दुषाद से मौके पर ही रजिस्टर एवं फिंगर मशीन लेकर गंभीरपुर के कोटेदार सीताराम सिंह को दे दिया।