Edited By Purnima Singh,Updated: 29 Dec, 2024 02:39 PM
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ से कूड़े को हटवाने की शिकायत पर सुनवाई न होने को लेकर ऐसा मामला सामने आया है जिसने नगर निगम के अधिकारियों के भी होश उड़ा दिए। कूड़े को हटाने के लिए कार्रवाई न होने पर एक शक्स मरा सांप लेकर नगर निगम जोनल दफ्तर पहुंच गया।
लखनऊ : उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ से कूड़े को हटवाने की शिकायत पर सुनवाई न होने को लेकर ऐसा मामला सामने आया है जिसने नगर निगम के अधिकारियों के भी होश उड़ा दिए। कूड़े को हटाने के लिए कार्रवाई न होने पर एक शक्स मरा सांप लेकर नगर निगम जोनल दफ्तर पहुंच गया। इससे दफ्तर में काम करने वाले सन्न रह गए। बता दें कि पूरे वाक्ये का वीडियो भी सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है।
खाली प्लॉटों में फेंका जा रहा कूड़ा
मामला नगर निगम जोन छह का है। जहां खाली प्लॉटों में फेंके जा रहे कूड़े को हटवाने की शिकायत पर सुनवाई न होने से वजीरबाग चरही निवासी असलम मुनीर खासा नाराज हो गए। उनकी नाराजगी इस कदर बढ़ गई कि शनिवार को वह फावड़े पर मरा हुआ सांप रखकर नगर निगम जोनल दफ्तर पहुंच गए।
दो साल से शिकायतें कर रहे लोग
असलम मुनीर ने बताया कि जोनल अफसरों की लापरवाही से प्लॉटों में कूड़ा फेंका जा रहा है। दो वर्ष से लोग कूड़ा हटाने की शिकायतें कर रहे हैं, लेकिन सुनवाई नहीं हो रही है। उन्होंने आगे बताया कि बीते दिनों अधिकारी आरसी यादव से फिर शिकायत कर बताया गया कि सफाई न होने से सांप निकलते हैं। फिर भी अभी तक इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं हुई है। इससे क्षेत्र में छोटे-छोटे बच्चों के लिए खतरा है। पीड़ित ने शिकायत का निस्तारण न होने पर प्रदर्शन करने की बात कही है।
'मैं जंगल में रहता हूं तो सांप नहीं निकल रहे, आप ....'
पीड़ित का आरोप है कि पूर्व में अधिकारी आरसी यादव से सफाई के लिए कहा था तो उन्होंने बोला था कि मैं जंगल में रहता हूं तो सांप नहीं निकल रहे, आप शहर में हैं तो आपके यहां सांप निकलते हैं। इसी के चलते सबूत के तौर पर मरा सांप फावड़े पर रखकर असलम मुनीर जोनल दफ्तर पहुंचे थे।
सफाई एवं खाद्य निरीक्षक ने जारी किया स्पष्टीकरण
सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल होने के बाद नगर निगम के सफाई एवं खाद्य निरीक्षक की ओर से स्पष्टीकरण जारी किया गया है। इसमें बताया गया कि शिकायतकर्ता की ओर से लगाए गए सभी आरोप बेबुनियाद है। खाली प्लॉट में फेंका जा रहा कूड़ा और उससे फैल रही बीमारियों को लेकर प्लॉट मालिक को अक्तूबर में पत्र लिखा गया था। सफाई नहीं करवाने पर कार्रवाई की बात भी कही गई थी।