Edited By Anil Kapoor,Updated: 08 Aug, 2023 10:43 AM

Gyanvapi ASI Survey: उत्तर प्रदेश के वाराणसी में स्थित ज्ञानवापी परिसर में एएसआई सर्वे का सोमवार को चौथा दिन था। इस दौरान गर्भगृह बताए जा रहे स्थान का कई आधुनिक मशीनों से परीक्षण किया गया। इस जगह मौजूदा मुख्य गुबंद के ठीक नीचे बताई ....
Gyanvapi ASI Survey: उत्तर प्रदेश के वाराणसी में स्थित ज्ञानवापी परिसर में एएसआई सर्वे का सोमवार को चौथा दिन था। इस दौरान गर्भगृह बताए जा रहे स्थान का कई आधुनिक मशीनों से परीक्षण किया गया। इस जगह मौजूदा मुख्य गुबंद के ठीक नीचे बताई जा रही है। इसके नीचे फर्श है और बताया जा रहा है कि फर्श के नीचे ही तहखाना है।'
सर्वे के चौथे दिन लगभग 4 घंटे ही हो पाया काम
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, सर्वे के चौथे दिन यानी सोमवार को लगभग 4 घंटे ही काम हो पाया। इस दौरान एएसआई टीम ने दीवारों,गुबंद के निर्माण की शैली, सामग्री और प्लास्टर की परतों आदि की कई मशीनों से जांच की। इतनी ही नहीं पश्चिमी दीवार के हिस्से में पड़े लगभग 2 ट्रक मलबे का भी हर टुकड़ा जांचा जा रहा है। क्योंकि पुरातात्विक लिहाज से माना जा रहा है कि अलग-अलग समय में हुए निर्माण में मूलभूत अंतर होता है।

पोर्टेबल एक्सरे प्रतिदीप्ति स्पेक्ट्रोस्कोपी मापक का भी इस्तेमाल कर रही ASI की टीम
बताया जा रहा है कि एएसआई की टीम पोर्टेबल एक्सरे प्रतिदीप्ति स्पेक्ट्रोस्कोपी मापक का भी इस्तेमाल कर रही है। यह पक्षियों आदि द्वारा छोड़े गए अवशेष के जरिए सैकड़ों साल पहले से मिट्टी में मौजूद भारी धातुओं के पैटर्न को रिकॉर्ड करता है। वहीं लाइट डिटेक्शन एंड रेजिंग का इस्तेमाल भी हो रहा है। जिसके जरिए पुरातत्वविदों को छिपी हुई वस्तुओं और सरंचनाओं का नक्शा बनाने और मापने में मदद मिलती है। वहीं सर्वे को लेकर वकील सुधीर त्रिपाठी ने बताया कि ज्ञानवापी परिसर में मौजूद गंदगी काम में सबसे बड़ी बाधा बन रही है। मलबे को हटाने और साफ-सफाइ करने में बहुत ज्यादा समय लग रहा है।

पहले दिन किया था मुस्लिम पक्ष ने सर्वे का बहिष्कार
आपको बता दें कि सुप्रीम कोर्ट ने बीते शुक्रवार को ज्ञानवापी मस्जिद परिसर के एएसआई सर्वेक्षण पर रोक लगाने से इनकार कर दिया था। इससे पहले, हाई कोर्ट ने भी इसी मांग को लेकर मुस्लिम पक्ष की ओर से दायर याचिका खारिज कर दी थी, जिसके बाद शुक्रवार को परिसर में सर्वे की कार्यवाही शुरू की गई थी। सर्वे के पहले दिन मुस्लिम पक्ष ने इसका बहिष्कार किया था।