Edited By Mamta Yadav,Updated: 01 Feb, 2025 04:04 PM
उन्नाव के जिला महिला अस्पताल में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां एक स्वस्थ नवजात की संदिग्ध मौत को लेकर परिजनों ने जमकर हंगामा किया। अचलगंज की रहने वाली कंचन पत्नी आशीष ने 18 जनवरी को एक स्वस्थ बच्चे को जन्म दिया था, लेकिन शुक्रवार को...
Unnao News, (राहुल पटेल): उन्नाव के जिला महिला अस्पताल में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां एक स्वस्थ नवजात की संदिग्ध मौत को लेकर परिजनों ने जमकर हंगामा किया। अचलगंज की रहने वाली कंचन पत्नी आशीष ने 18 जनवरी को एक स्वस्थ बच्चे को जन्म दिया था, लेकिन शुक्रवार को अस्पताल प्रशासन न जब बच्चे को सौंपा तो वह मृत था। वहीं परिजनों ने अस्पताल प्रशासन पर जिंदा बच्चे की जगह मृत बच्चा देने का आरोप लगाया है। इस घटना के विरोध में परिजन अपर जिलाधिकारी (ADM) के कार्यालय पहुंचे और जांच की मांग की। ADM ने मामले को गंभीरता से लेते हुए सीएमओ को जांच के निर्देश दिए हैं।
महिला ने लगाया गंभीर आरोप
बता दें कि ग्राम ख्वाजगीपुर थाना सदर, जनपद उन्नाव की रहने वाली कंचन, पत्नी आशीष ने आरोप लगाया कि 18 जनवरी को जिला अस्पताल में उसकी डिलीवरी हुई थी, जिसमें उसने एक लड़के को जन्म दिया था। डॉक्टरों ने बच्चे की हालत नाजुक बताकर उसे एसएनसीयू (SNCU) वार्ड में भर्ती करवा दिया। परिजनों के अनुसार, 14 दिन बाद जब बच्चे को सौंपा गया, तो वह मृत था, जबकि उनका दावा है कि उनका बच्चा स्वस्थ था। महिला का कहना है कि वह इन 14 दिनों में अपने बच्चे को देखने और दूध पिलाने जाती थी, लेकिन अब जो मृत बच्चा दिया गया, वह उनका नहीं है।
CCTV कैमरों की फुटेज चेक कराने एवं DNA टेस्ट की मांग
पीड़ित महिला ने कहा कि उसके बच्चे के पहचान के निशान (दो काले तिल) के साथ था, लेकिन जो मृत बच्चा दिया गया, उस पर ऐसे कोई निशान नहीं हैं। उन्होंने अपने नवजात की पहले ली गई तस्वीरें दिखाईं, जो अस्पताल प्रशासन के दावे को गलत साबित कर रही थीं। उनका दावा है कि मामले में शिकायत करनी चाही, तो अस्पताल प्रशासन ने उनके साथ अभद्रता की। जब महिला की सुनवाई नहीं हुई, तो वह अपने परिजनों के साथ उन्नाव के अपर जिलाधिकारी सुशील कुमार के कार्यालय पहुंची और शिकायत दर्ज कराई। महिला ने मांग की है कि वार्ड में लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज चेक कराई जाए, एवं बच्चे का डीएनए टेस्ट कराया जाए, जिससे सच्चाई सामने आ सके। मामले को गंभीर मानते हुए सीएओ को जांच के निर्देश दिए हैं और उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया है।