Edited By Mamta Yadav,Updated: 31 Oct, 2024 12:46 AM
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को कहा कि श्रीरामजन्मभूमि पर 500 वर्षो के लंबे इंतजार के बाद रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के उपरांत पहले दीपोत्सव ने पूरी दुनिया का ध्यान अयोध्या की ओर खींचा है।
Ayodhya News: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को कहा कि श्रीरामजन्मभूमि पर 500 वर्षो के लंबे इंतजार के बाद रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के उपरांत पहले दीपोत्सव ने पूरी दुनिया का ध्यान अयोध्या की ओर खींचा है।
रामभक्तों का एक ही नारा था... ‘योगी जी एक काम करो मंदिर का निर्माण करो’
अयोध्या में रामजन्मभूमि पर रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद पहले दीपोत्सव में 28 लाख दीप जलाकर विश्व कीर्तिमान बनाया गया जिनमें 25 लाख दीपक राम की पैड़ी के 55 घाटों पर जलाए गए। उसके बाद 11 सौ वैदिक आचार्यों ने एक साथ सरयू आरती कर नया कीर्तिमान बनाया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नयाघाट स्थित श्रीरामकथा पार्क में दीपोत्सव के अष्टम संस्करण कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा “यह सचमुच हमारे लिए आहलादित करने वाला क्षण है। यह दीपोत्सव का आठवां संस्करण है। आज से आठ वर्ष पहले संतों और रामभक्तों का एक ही नारा गूंजता था। ‘योगी जी एक काम करो मंदिर का निर्माण करो।’ मोदी की दूरदर्शी सोच के कारण 5 अगस्त 2020 को राममंदिर की आधारशिला रखी गई है। यह वर्ष अयोध्या के लिए अद्भुत, अलोकिक रहा। बहुत से लोगों ने श्रीरामजन्मभूमि के लिए अपना सर्वस्व न्यौछावर कर दिया। उनका संकल्प पूरा हुआ। क्योंकि 22 जनवरी 2024 को श्रीरामलला अपने अयोध्याधाम में विराजमान हो चुके हैं।
आज अयोध्या को देश की पहली सोलर सिटी बना दिया गया
उन्होंने कहा “ मंदिर में विराजमान होने के बाद उनका पहला दीपोत्सव है। इस डबल इंजन की सरकार ने जो कहा वह करके दिखाया। इससे पहले अयोध्या के घाटों और सड़कों आदि की स्थिति खराब थी। इसी मंच से मैंने और पीएम मोदी ने कहा था कि अयोध्या को सबसे सुंदरतम नगरी बनायेंगे। वह काम पूरा हो रहा है। अयोध्या विश्व की सुंदरतम नगरी बनने की ओर अग्रसर है। यहां तमाम योजनाएं चल रही है। 22 व 23 जनवरी के दृश्य को हम सबने अपनी आंखों से देखा। उस दोरान भव्य राममंदिर में विराजमान श्रीरामलला का दर्शन कर हर कोई भाव विह्लल था। अयोध्या का यह बदला स्वरूप पूरी दुनिया को अपनी ओर आकर्षित कर रहा है।”
योगी ने कहा कि अयोध्या को देश की पहली सोलर सिटी बना दिया गया है। प्रधानमंत्री मोदी की कृपा से अयोध्या अभिशाप से मुक्त हुई। केंद्रीय पर्यटन मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा कि श्रीराम के लंका विजय पश्चात अयोध्या वापस आने की खुशी में दीपावली मनाई गई। अयोध्या की दीपावली और अधिक प्रासंगिक हुई, क्योंकि 496 वर्षों बाद श्रीरामलला अपने नव्य मंदिर में विराजमान हुए। योगी के नेतृत्व में अनुशासन और सुशासन के साथ साथ उत्तर प्रदेश ने एक नई पटकथा लिखी है। मुख्यमंत्री के नेतृत्व में दीपोत्सव पर अयोध्यानगरी में 28 लाख दीप जलाकर एक नया रिकॉर्ड बनाया गया। संत परंपरा ने भारत की सनातन परंपरा को अक्षुण्ण बनाए रखा। भव्य राममंदिर के साथ भारत के सोभाग्य का सूर्य फिर से उदय हो गया। साथ ही साथ विकसित बनने की ओर भी अग्रसर है। भारत फिर से विश्व गुरु के रूप में स्थापित होगा।
CM योगी ने यूपी के पर्यटन मोबाइल एप का किया लोकार्पण
उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने कहा कि 500 वर्षों बाद श्रीरामलला सरकार अपने भव्य-नव्य मंदिर में विराजमान हुए। इस बार का दीपोत्सव और अधिक महत्वपूर्ण है। क्योंकि भव्य मंदिर में विराजमान होने के बाद यह रामलला का पहला दीपोत्सव है। योगी के नेतृत्व में अयोध्या का चहुंमुखी विकास हो रहा है। इससे पहले पुष्पक विमान से भगवान श्रीराम, सीता संग अयोध्यानगरी पधारे। सीएम योगी ने श्रीराम का राज्याभिषेक उनकी आरती उतारी। उसके बाद संतों, मुख्यमंत्री समेत अन्य अतिथियों का अंगवस्त्र ओढ़ाकर स्वागत किया गया। मुख्यमंत्री ने उत्तर प्रदेश के पर्यटन मोबाइल एप का लोकार्पण एवं अयोध्या महापौर की पुस्तक हृदय में राम का विमोचन किया।
साकेत महाविद्यालय से नयाघाट तक श्रीराम के प्रसंग पर कई झाकियां निकाली गई। झाकियों का मुख्यमंत्री ने अवलोकन भी किया। इस मौके पर डिप्टी सीएम केशवप्रसाद मौर्या, जलशक्ति मंत्री स्वतंत्रदेव सिंह, पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह, कृषि मंत्री सूर्यप्रताप शाही, मंत्री सतीश शर्मा, पूर्व सांसद लल्लू सिंह, महापौर महंत गिरीशपति त्रिपाठी, विधायकगणों में वेदप्रकाश गुप्ता, रामचंद्र यादव, अमित सिंह और अभय सिंह, एमएलसी हरिओम पांडेय, जिला पंचायत अध्यक्ष रोली सिंह, विंदुगाद्याचार्य महंत देवेंद्र प्रसादाचार्य, महंत कमलनयन दास, स्वामी गोविंददेव गिरि, अधिकारी राजकुमार दास, महंत अवधेश दास, महंत धर्मदास, महंत भरत दास, जगतगुरू स्वामी रामदिनेशाचार्य, महंत रामशरण दास, जगतगुरू स्वामी राघवाचार्य, महंत वैदेहीवल्लभ शरण, महंत डॉ. ममता शास्त्री, जगतगुरू स्वामी अनन्ताचार्य, जगतगुरु स्वामी वासुदेवाचार्य, जगतगुरु स्वामी विश्वेश प्रपन्नाचार्य, जगतगुरु स्वामी श्रीधराचार्य, स्वामी छविराम दास, महंत जन्मेजय शरण, महंत रामकुमार दास, महंत राजूदास, महंत रामानंद दास, महंत जयराम दास, महंत करूणानिधान शरण, महंत मैथिलीरमण शरण, महंत अर्जुन दास, महंत मिथिलेशनंदनी शरण, महंत अवधकिशोर शरण, महंत रामलोचन शरण, महंत राजीवलोचन शरण, स्वामी रामलखन दास, महंत रामानुज शरण, महंत मनीष दास, महंत शशिकांत दास, महंत रामदास, महामंडलेश्वर संतोष दास, महंत गिरीश दास, हेमंत दास, पूर्व महापौर ऋषिकेश उपाध्याय, भाजपा जिलाध्यक्ष संजीव सिंह, महानगर अध्यक्ष कमलेश श्रीवास्तव आदि उपस्थित रहे।