Edited By Mamta Yadav,Updated: 23 Jan, 2025 12:55 AM
पर्वतीय महापरिषद की तरफ से आयोजित उत्तरायणी कौथिग 2025 मेले के समापन समारोह को संबोधित करते हुये योगी ने कहा कि महान स्वतंत्रता संग्राम सेनानी व उत्तर प्रदेश के पहले मुख्यमंत्री पं. गोविंद वल्लभ पंत उत्तराखंड में पैदा हुए थे। वे देश के गृह मंत्री...
Lucknow News: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को कहा कि उत्तर प्रदेश व देश के विकास में पर्वतीय समाज की बड़ी भूमिका है। पर्वतीय महापरिषद की तरफ से आयोजित उत्तरायणी कौथिग 2025 मेले के समापन समारोह को संबोधित करते हुये योगी ने कहा कि महान स्वतंत्रता संग्राम सेनानी व उत्तर प्रदेश के पहले मुख्यमंत्री पं. गोविंद वल्लभ पंत उत्तराखंड में पैदा हुए थे। वे देश के गृह मंत्री बने और उन्हें भारत रत्न से सम्मानित भी किया गया। स्व. हेमवती नंदन बहुगुणा भी स्वतंत्रता संग्राम सेनानी थे। वे भी उत्तराखंड से उत्तर प्रदेश में आए।
नारायण दत्त तिवारी भी उत्तराखंड की देन; Yogi
उन्होंने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री व केंद्रीय मंत्री के रूप में सेवा की। नारायण दत्त तिवारी भी उत्तराखंड की देन हैं, जिन्होंने यूपी व उत्तराखंड के मुख्यमंत्री के रूप में विकास का विजन दिया था। देश के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत, द्वितीय सीडीएस और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल भी उत्तराखंड की देन हैं। ऐसी अनेक विभूतियों और देश की सुरक्षा के लिए जवानी लगाने वाले अनेक बहादुर नौजवान भी उत्तराखंड की देन हैं।
'भगत सिंह कोश्यारी का पूरा जीवन मातृभूमि के लिए समर्पित रहा'
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि लखनऊ, बरेली, गाजियाबाद, मेरठ व अन्य क्षेत्रों में निवास करने वाले लोग सम-विषम परिस्थितियों का सामना करते हुए भी अपने विरासत और पर्व को उल्लास से आयोजित करते हैं। पर्वतीय महापरिषद पिछले दो दशक से अधिक से यह कार्यक्रम कर रही है। यहां सांस्कृतिक कार्यक्रमों के साथ अनेक प्रतियोगिताएं भी होती हैं। उन्होंने कहा कि देश व समाज के लिए कुछ करने वाले पर्वतीय समाज की विभूतियों को सम्मानित भी किया जाता है। इस बार भगत सिंह कोश्यारी का सम्मान किया गया है। उन्होंने उप्र में भी काम किया। मुख्यमंत्री व राज्यपाल के रूप में भी उनके पास काम करने का अनुभव है। वे सहजता और सरलता के लिए जाने जाते हैं। उनका पूरा जीवन मातृभूमि के लिए समर्पित रहा।
हम अपनी विरासत को विस्मृत नहीं कर सकते: CM
सीएम ने कहा कि हम अपनी विरासत को विस्मृत नहीं कर सकते, इसलिए सैनिकों व शहीद परिवारों को भी सम्मानित किया गया। उन्होंने कहा कि एक तरफ हम पर्व व त्योहारों के माध्यम से सांस्कृतिक विरासत को आगे बढ़ाते हैं तो दूसरी तरफ अमर शहीदों का स्मरण करते हुए महापुरुषों की जयंती या अन्य विशिष्ट घटना को केंद्र में रखकर आयोजनों के साथ जुड़ते हैं। इस अवसर पर कैबिनैट मंत्री सुरेश खन्ना, महापौर सुषमा खर्कवाल, पर्वतीय महापरिषद के अध्यक्ष गणेश चंद जोशी, उपाध्यक्ष मोहन सिंह बिष्ट, महासचिव महेंद्र सिंह रावत, पार्षद प्रमोद सिंह आदि मौजूद रहे।