चमत्कार! सांप काटने के बाद मरा समझकर जिसे सरयू नदी में बहाया, अब 15 साल बाद वही लौटा जिंदा

Edited By Tamanna Bhardwaj,Updated: 01 Mar, 2023 06:16 PM

miracle the snake which was thrown into the saryu

कभी कभी जीवन में ऐसे चमत्कार हो जाते हैं, जिनपर यकीन कर पाना मुश्किल हो जाता है। ऐसा ही कुछ नजारा देवरिया में देखने को मिला है। जहां सांप के काटने से बच्चे की मौत हो गई। जिसके बाद परिजनों ने बच्चे के...

देवरिया: कभी कभी जीवन में ऐसे चमत्कार हो जाते हैं, जिनपर यकीन कर पाना मुश्किल हो जाता है। ऐसा ही कुछ नजारा देवरिया में देखने को मिला है। जहां सांप के काटने से बच्चे की मौत हो गई। जिसके बाद परिजनों ने बच्चे के शव को पास के नदी में बहा दिया था, लेकिन वह जिन्दा होकर घर वापस लौटा है। घर वाले अपने बेटे को 15 वर्षों के बाद जिंदा देखकर फूले नहीं समा रहे है। ये वाक्य इलाके में चर्चा का विषय बना हुआ है।
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जानिए क्या है मामला? 
पूरा मामला देवरिया के जिरासो गांव के मुरासो टोला की है। यहां रहने वाले रामसुमेर यादव के बेटे अंगेश (उम्र 12) को पंद्रह साल पहले सांप ने काट लिया था। पूरा शरीर नीला पड़ गया था। घरवालों ने काफी झाड़-फूंक कराई लेकिन वह जिंदा नहीं हो सका। इसके बाद घरवाले भागलपुर स्थित सरयू नदी के घाट पर पहुंचे।परिजनों ने बच्चे के शव को पास के नदी में बहा दिया था। अंगेश की मौत 10 साल की उम्र में हुई थी। अब वह युवक बन चुका है। उसने अपनी उम्र 25 साल बताई है।
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सपेरा उसे पांच साल पहले पंजाब के अमृतसर ले गया- अंगेश
अंगेश बताता है कि उसे जब होश आया तो उसके सामने एक सपेरा था। पता चला कि वह पटना पहुंच चुका है। सपेरे ने ही झाड़ फूंक से उसका इलाज किया। सपेरे का नाम अमन माली था। जब वह ठीक हो गया तो उसने घर जाने की बात कही, लेकिन, सपेरे ने उसे अपने पास रख लिया। फिर, वह सपेरे के साथ आसपास के गांवों में जाने लगा। अंगेश ने बताया कि सपेरा उसे पांच साल पहले पंजाब के अमृतसर ले गया। वहां पर वह नौकरी करने लगा। फिर सपेरा उससे कहने लगा कि शादी कर लो। वह कहता था कि शादी के बाद उसकी पत्नी से भी काम करवाएगा। अंगेश के अनुसार, मौका देखकर 24 फरवरी को वह अमृतसर से भाग गया। रास्ते में उसे एक ट्रक ड्राइवर मिला। वह उसे आजमगढ़ ले आया। फिर उसने कुछ लोगों को अपनी आपबीती बताई। फिर लोगों ने युवक की फोटो मनियर गांव के प्रधान को भेजी।

परिजनों ने की कपड़े की पहचान...
मनियर गांव के प्रधान ने जब युवक के बताए पते पर उसके परिजनों से बात की तो परिजनों ने भी माना कि 10 साल पहले एक बच्चे की मौत हुई थी। वहीं, युवक अब गांव पहुंच गया है। उसने अपने परिजनों और पड़ोसियों की पहचान भी की है। युवक वह कपड़ा भी लाया है, जिसमें उसकी लाश को बहाया गया था। परिजनों ने उस कपड़े की पहचान कर ली है। 

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