Edited By Tamanna Bhardwaj,Updated: 10 Jul, 2022 04:22 PM
दरगाह आला हज़रत से जुड़े तंजीम उलमा ए इस्लाम के राष्ट्रीय महासचिव मौलाना शहाबुद्दीन रज़वी बरेलवी ने आज ईद के मौके पर पैगाम जारी करते हुए कहा कि पाकिस्तानी नारा मुसलमान न लगाए बल्कि उसकी जगह हिंदुस्तानी नारा...
बरेली: दरगाह आला हज़रत से जुड़े तंजीम उलमा ए इस्लाम के राष्ट्रीय महासचिव मौलाना शहाबुद्दीन रज़वी बरेलवी ने आज ईद के मौके पर पैगाम जारी करते हुए कहा कि पाकिस्तानी नारा मुसलमान न लगाए बल्कि उसकी जगह हिंदुस्तानी नारा लगाए। पाकिस्तान से प्रमोट होकर आया नारा "गुस्ताख़े नबी की है यह सज़ा सर तन से जुदा सर तन से जुदा " यह नारा गैर इस्लामी है इसलिए मुसलमान इससे बचे और खास तौर पर नौजवान इस नारे को न लगाए।
बल्कि हमारे बुजुर्गों का दिया हुआ नारा जो इस्लामी होने के साथ साथ हिंदुस्तानी भी है "प्यारे नबी की है यह शान बच्चा बच्चा है कुरबान " यह नारा लगाए, इस नारे के माध्यम से पैगम्बरे इस्लाम से गहरी मोहब्बत का इज़हार छलकता है, इस नारे को हमारे बुजुर्गों ने हमें बताया है और यह नारा हिंदुस्तान में सदियों से लगाया जा रहा है मुसलमान ख़ासतौर पर नौजवान इसी नारे का इस्तेमाल करें और अपने जलसे व जूलुस में पाकिस्तानी नारा लगाने से बचें।