Edited By Mamta Yadav,Updated: 03 Aug, 2025 06:52 PM

बाराबंकी में रामनगर तहसील क्षेत्र के पौराणिक धार्मिक स्थल लोधेश्वर महादेवा मंदिर परिसर में शनिवार को एक बड़ा हादसा हो गया। मंदिर में स्थित पुलिस चौकी के पास जमा बरसात के पानी में करंट फैल गया, जिससे दो युवकों की मौके पर ही मौत हो गई। इस घटना के बाद...
Barabanki News: बाराबंकी में रामनगर तहसील क्षेत्र के पौराणिक धार्मिक स्थल लोधेश्वर महादेवा मंदिर परिसर में शनिवार को एक बड़ा हादसा हो गया। मंदिर में स्थित पुलिस चौकी के पास जमा बरसात के पानी में करंट फैल गया, जिससे दो युवकों की मौके पर ही मौत हो गई। इस घटना के बाद क्षेत्र में अफरा-तफरी और तनाव का माहौल बना रहा।

प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक पुलिस चौकी के पास लगे एक विद्युत पोल के नीचे पानी जमा था। उसी दौरान जिले के मसौली थाना क्षेत्र के गुलरिहा गांव निवासी हौसला (32) वहां से गुजर रहे थे, तभी वह करंट की चपेट में आ गए। यह देखकर हरिजन बस्ती, गोबर गांव निवासी संजय (30), जो वहीं पास में दुकान चलाते थे उन्हें बचाने के लिए पानी में उतरे। लेकिन वह भी करंट की चपेट में आकर गंभीर रूप से झुलस गए।
दुकानदारों और स्थानीय लोगों ने विद्युत विभाग को सूचना दी और क्षेत्र की बिजली आपूर्ति रुकवाई। दोनों घायलों को तत्काल सीएचसी रामनगर ले जाया गया, लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। मृतकों की पहचान संजय पुत्र नन्हे (उम्र 30 वर्ष), निवासी हरिजन बस्ती, गोबर और हौसला पुत्र रामतीर्थ (उम्र 32 वर्ष), निवासी ग्राम गुलरिहा थाना मसौली के रूप में हुई है। वहीं सूचना मिलते ही क्षेत्राधिकारी गरिमा पंत और थाना प्रभारी निरीक्षक अनिल कुमार पांडेय भारी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। पुलिस ने घटनास्थल की जांच कर शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। स्थानीय लोगों का आरोप है कि विद्युत विभाग की लापरवाही के कारण यह हादसा हुआ। उनका कहना है कि बरसात में खुले तारों व विद्युत पोलों के पास पानी जमा हो जाता है, जिससे हर साल इस तरह की घटनाएं होती हैं, लेकिन विभाग समय रहते कोई सुरक्षात्मक कदम नहीं उठाता।
बता दें कि इस घटना के कुछ ही दिन पहले बीते सोमवार को हैदरगढ़ के आवसानेश्वर मंदिर परिसर में भी करंट से दो श्रद्धालुओं की मौत हुई थी। लगातार हो रही ऐसी घटनाएं प्रशासन और विभागों के लिए चेतावनी की घंटी हैं, कि धार्मिक स्थलों और भीड़-भाड़ वाले इलाकों में बिजली सुरक्षा मानकों की सख्त निगरानी जरूरी है।