Edited By Mamta Yadav,Updated: 14 Feb, 2025 07:10 PM
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उत्तर प्रदेश के प्रयागराज की पावन धरती पर स्थित त्रिवेणी संगम पर आयोजित अबतक के सबसे बड़े धार्मिक-सांस्कृतिक समागम में 49 करोड़ से अधिक श्रद्धालु आस्था की डुबकी लगा चुके हैं, जिसके पूरे विश्व में पूर जोर प्रशंसा हो रही है। वहीं दूसरी तरफ ऐसे तत्व भी...
Mahakumbh Nagar News: उत्तर प्रदेश के प्रयागराज की पावन धरती पर स्थित त्रिवेणी संगम पर आयोजित अबतक के सबसे बड़े धार्मिक-सांस्कृतिक समागम में 49 करोड़ से अधिक श्रद्धालु आस्था की डुबकी लगा चुके हैं, जिसके पूरे विश्व में पूर जोर प्रशंसा हो रही है। वहीं दूसरी तरफ ऐसे तत्व भी है जो सोशल मीडिया के जरिए फर्जी वीडियो और भ्रामक खबरें पोस्ट कर के सनातन धर्म को बदनाम करने में लगे हुए हैं। वहीं यूपी पुलिस ऐसे कुत्सित प्रयास करने वालों से सख्ती बरत रही है। मुख्यमंत्री के निर्देश पर उत्तर प्रदेश पुलिस सोशल मीडिया पर 24X7 पैनी नजर रख रही है। इसी क्रम में पुलिस ने अबतक 54 ऐसे सोशल मीडिया अकाउंट्स के खिलाफ विधिक कार्रवाई की है, जो फर्जी और भ्रामक पोस्ट के जरिए जनता में अफवाह फैलाने का काम कर रहे थे।
भ्रामक वीडियो पोस्ट करने पर हुई कार्रवाई
बता दें कि 13 फरवरी 2025 को सोशल मीडिया मॉनिटरिंग के दौरान दो वीडियो को पुलिस ने विशेष संज्ञान में लिया, जिन्हें महाकुम्भ से जोड़कर भ्रामक रूप से प्रस्तुत किया गया था। इनमें 'मिस्र के अग्निकांड को महाकुम्भ की आग' बताते हुए पोस्ट किया गया था। जो मिस्र में वर्ष 2020 में हुई एक तेल पाइपलाइन दुर्घटना से जुड़ा है। जिसे यह कहकर प्रसारित किया गया कि "महाकुम्भ बस स्टैंड में आग लगी, 40-50 गाड़ियां जलकर राख हो गईं।" इस अफवाह को फैलाने वाले सात सोशल मीडिया अकाउंट के खिलाफ कोतवाली कुम्भ मेला में मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई की गई है। इसके साथ ही दूसरे वीडियो में पटना की घटना को महाकुम्भ से जोड़ा गया। यह वीडियो बिहार में एक फिल्म प्रमोशन इवेंट के दौरान हुई अव्यवस्था का था, जिसे महाकुम्भ से जोड़कर यह अफवाह फैलाई गई कि "कुम्भ में राष्ट्रवादी लोगों ने आर्मी जवानों पर चप्पलें फेंकी।" इस पोस्ट के लिए 15 सोशल मीडिया अकाउंट को चिह्नित कर उनके खिलाफ विधिक कार्रवाई की गई है।
इन सोशल मीडिया अकाउंट्स पर हुई कार्रवाई
1- India With Congress (@UWCforYouth) एक्स (ट्विटर)
2- Harindra Kumar Rao (@kumar.harindra.rao) इंस्टाग्राम
3- Anil Patel (@_1_4_3_anil_patel) इंस्टाग्राम
4- Vishal Babu (@a.v.r_rider_0) इंस्टाग्राम
5- Nemi Chand (@nemichand.kumawat.2022) इंस्टाग्राम
6- Sifa Bhadoriya (@bhadoriya6285) इंस्टाग्राम
7- Hello prayagraj (@Hello_Prayagraj) यू-ट्यूब
8- Inderjeet Barak (@inderjeetbarak) एक्स (ट्विटर)
9- SUNIL (@sunil1997_) एक्स (ट्विटर)
10- Nihal Shaikh @mr_nihal_sheikh एक्स (ट्विटर)
11-- Dimpi (@Dimpi77806999) एक्स (ट्विटर)
12- Sat Sewa (@lalitjawla76) एक्स (ट्विटर)
13- Sandesh Vatak News (@Sandeshvataksv) एक्स (ट्विटर)
14-- lokesh meena (@LOKESHMEEN46402) एक्स (ट्विटर)
15- राज सिंह चौधरी @RajSingh_Jakhar एक्स (ट्विटर)
16- Yunus Alam (Facebook account)
17- Aminuddin Siddiqui (Facebook account)
18-- अरविंद सिंह यादव अहीरवाल (Facebook account)
19- Shivam Kumar Kushwaha (Facebook account)
20- Jain Renu (Facebook account)
21- Amit Kumar II (Facebook account)
22- मेहत्तर एक योद्धा बलिया (Facebook account)
ज्ञात हो कि पहले भी हो चुकी है फेक पोस्ट करने वालों पर कार्रवाई
बता दें कि विगत एक माह में महाकुम्भ मेले को बदनाम करने वाले विभिन्न प्रकार के भ्रामक पोस्ट और वीडियो वायरल किए गए, जिनमें से प्रमुख घटनाएं इस प्रकार हैं :-
- 13 जनवरी 2025 को एक ट्विटर अकाउंट ने फायर सर्विस की मॉक ड्रिल का वीडियो पोस्ट कर इसे वास्तविक आग की घटना बताया।
- 2 फरवरी 2025 को नेपाल के पुराने वीडियो को महाकुम्भ की भगदड़ का वीडियो बताकर पोस्ट करने पर सात अकाउंट पर कार्रवाई।
- 7 फरवरी को संगम क्षेत्र में श्रद्धालुओं की भीड़ को भगदड़ के रूप में दिखाने वाले एक फेसबुक अकाउंट पर एफआईआर।
- 9 फरवरी को झारखंड के धनबाद की घटना को महाकुम्भ से जोड़ने वाले 14 ट्विटर अकाउंट के विरुद्ध मुकदमा।
- 12 फरवरी को वर्ष 2021 में गाजीपुर में मिले शवों की तस्वीरों को महाकुम्भ से जोड़ने वाले सात अकाउंट पर कार्रवाई।
महाकुम्भ के लिए UP पुलिस ने अपनाई है विशेष रणनीति
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर महाकुम्भ की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए यूपी पुलिस ने साइबर पेट्रोलिंग की व्यापक रणनीति तैयार की है। इसके अंतर्गत सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स की सतत निगरानी की जा रही है। साथ ही भ्रामक पोस्ट की त्वरित पहचान करके उसका खंडन करना, अफवाह फैलाने वालों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करके कानूनी कार्रवाई की जा रही है। यूपी पुलिस इस काम में सोशल मीडिया एक्सपर्ट्स का भी सहयोग ले रही है। उधर, डीजीपी प्रशांत कुमार ने जनता से अपील की है कि वे सोशल मीडिया पर किसी भी जानकारी को शेयर करने से पहले उसकी सत्यता की पुष्टि करें। अफवाह फैलाने वालों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी ताकि महाकुम्भ मेले की पवित्रता बनी रहे।