Edited By Ajay kumar,Updated: 18 Oct, 2022 06:45 PM

उत्तर-प्रदेश के मऊ जिले में ओमप्रकाश राजभर की पार्टी सुभासपा की सावधान यात्रा आज मऊ पहुँची। जहां पर कार्यकताओं में काफी उत्साह देखने को मिला। वहीं ओमप्रकाश राजभर का स्वागत करने के लिए महिलाओं ने भी बढ़ चढ़ कर हिस्सा लिया और इस सावधान यात्रा का स्वागत...
मऊः उत्तर-प्रदेश के मऊ जिले में ओमप्रकाश राजभर की पार्टी सुभासपा की सावधान यात्रा आज मऊ पहुँची। जहां पर कार्यकताओं में काफी उत्साह देखने को मिला। वहीं ओमप्रकाश राजभर का स्वागत करने के लिए महिलाओं ने भी बढ़ चढ़ कर हिस्सा लिया और इस सावधान यात्रा का स्वागत ढोल नगाड़ों के साथ फूलों की बारिश करके किया गया। इस दौरान ओमप्रकाश राजभर ने हाथ हिलाकर सभी का अभिवादन स्वीकार किया।
सावधान यात्रा लेकर मऊ पहुँचे ओमप्रकाश राजभर ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि लाठीपुर गांव में जो भी कार्यकर्ता आया है वह अपना पैसा लगाकर आया है। देश में बेरोजगारी, एक समान शिक्षा के लिए, घरेलू बिजली माफ करने के लिए, शराब बंदी के लिए जो 20 साल से लड़ाई लड़ी जा रही है सभी को मिलकर लड़ना है।

गांव में रंजिश के शिकार लोगों के गिराए जा रहे हैं घर...
बीते दिनों सीएम योगी से हुई मुलाकात को लेकर कहा कि जो भी घर गरीबों के गिराए जा रहे हैं वह गांव में रंजिश का शिकार हैं। उन्होंने आश्वासन दिया है दोबारा से आपकी शिकायत यहाँ पर नहीं आएगी।
अब्बास अंसारी को लेकर दिया ये बयान...
वहीं अपने विधायक अब्बास अंसारी को लेकर कहा कि वह जहां भी कहीं हैं कोर्ट में हाजिर हो जायें, वह हमारी बात नहीं मान रहे हैं तो क्या करें। 20 साल से सांसद जेल में हैं तो जनता का विकास हो रहा है वैसे ही यहाँ पर होगा।

महत्वाकांक्षा होती तो मंत्रीपद से इस्तीफा न देता
सावधान यात्रा को आपकी महत्वाकांक्षा से जोड़कर देखा जा रहा है के सवाल पर राजभर ने कहा कि सोच सबकी अलग अलग है। अगर हमारे अंदर महत्वाकांक्षा होती तो मंत्रीपद से इस्तीफा देकर क्यों आते। डॉ. अंबेडकर जी के बाद अगर किसी ने मंत्रीपद से इस्तीफा दिया है तो वह ओम प्रकाश राजभर है। हम भी अगर जूता पॉलिस करते, मालिश लगाते तो 5 साल हम भी वहीं रसमलाई काटते। लेकिन हमने उसकी परवाह नहीं की और मंत्रीपद छोड़ दिया। हमें इनके (बीजेपी) के साथ लड़ने में और गरीबों-कमजोर के साथ रहने में बहुत मजा आता है।
मुख्यमंत्री बनने का सपना देख रहें हैं क्या?
मुख्यमंत्री बनने का सपना देख रहें हैं, क्या इच्छा है बनने की, के सवाल पर राजभर ने हसंते हुए कहा कि क्या आपको बनाया जाएगा तो नहीं बनेंगे। हर नेता का सपना होता है कि वह भी प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री, मंत्री, सांसद, विधायक बने। क्या लगता है आप अभी मुख्यमंत्री की कुर्सी से कितनी दूर हैं के सवाल पर कहा कि हम अभी 300 किलोमीटर दूर हैं।