Edited By Ajay kumar,Updated: 25 Jan, 2023 01:33 PM

पूर्व मंत्री व सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य रामचरित मानस पर दिए गये बयान पर चौतरफा गिर गए हैं। बीजेपी नेताओं समेत साधु-संतों ने उनके खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। यहां तक कि सपा मुखिया अखिलेश यादव भी उनके बयान से खुश नहीं है।
लखनऊः पूर्व मंत्री व सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य रामचरित मानस पर दिए गये बयान पर चौतरफा घिर गए हैं। बीजेपी नेताओं समेत साधु-संतों ने उनके खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। यहां तक कि सपा मुखिया अखिलेश यादव भी उनके बयान से खुश नहीं है। पत्रकारों द्वारा पूछे गए सवाल पर कि क्या आप अपने बयान पर कुछ कहना चाहेंगे पर स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा कि मैं अपने बयान पर आज भी कायम हूं।

क्या कहा था स्वामी प्रसाद मौर्य ने?
बता दें कि मौर्य ने रविवार को कहा था, “धर्म का वास्तविक अर्थ मानवता के कल्याण और उसकी मजबूती से है। अगर रामचरितमानस की किन्हीं पंक्तियों के कारण समाज के एक वर्ग का जाति, वर्ण और वर्ग के आधार पर अपमान होता हो, तो यह निश्चित रूप से धर्म नहीं, बल्कि अधर्म है।” उन्होंने आरोप लगाया था, “रामचरितमानस की कुछ पंक्तियों में कुछ जातियों जैसे कि तेली और कुम्हार का नाम लिया गया है। इससे इन जातियों के लाखों लोगों की भावनाएं आहत हो रही हैं।” मौर्य ने मांग की थी, “रामचरितमानस के आपत्तिजनक अंश, जो जाति, वर्ण और वर्ग के आधार पर समुदायों का अपमान करते हैं, उन पर प्रतिबंध लगाया जाना चाहिए।”
गैर जमानती धाराओं में दर्ज हुई प्राथमिकी
रामचरित मानस पर की गई टिप्पणी को लेकर स्वामी प्रसाद मौर्य के खिलाफ लखनऊ के हजरतगंज कोतवाली में प्राथमिकी दर्ज की गई है। एक धार्मिक संस्था के प्रतिनिधि शिवेंद्र मिश्र की शिकायत पर स्वामी प्रसाद मौर्या के खिलाफ धार्मिक भावनाओं को आहत करने, सामाजिक समरसता बिगाड़ने के प्रयास समेत कई धाराओं में मंगलवार को मामला दर्ज किया गया है। डीसीपी मध्य अपर्णा रजत कौशिक ने बताया कि स्वामी प्रसाद मौर्य के बयान से धार्मिक भावनाएं आहत हुई हैं और विभिन्न धार्मिक संगठनों की ओर से लिखित शिकायतें दी गई हैं। लिखित शिकायत के आधार पर स्वामी प्रसाद मौर्या के खिलाफ हजरतगंज कोतवाली में आईपीसी की धाराओं 153 (ए), 295 (ए), 298,504 और 505 के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है। पूरे मामले की जांच की जा रही है।

अखिलेश बयान से सहमत नहीं तो स्वामी को बर्खास्त करें: केशव मौर्य
स्वामी प्रसाद मौर्य के रामचरित मानस की चौपाइयों पर विवादास्पद बयान को लेकर सपा प्रमुख अखिलेश यादव को घेरने के लिए भाजपा ने मंगलवार को उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य को आगे किया। भाजपा प्रदेश कार्यालय में मंगलवार को एक प्रेस कांफ्रेस में केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि अखिलेश रामचरित मानस पर दिए गए बयान से सहमत नहीं है तो स्वामी प्रसाद मौर्य को पार्टी से बर्खास्त करें। उन्होंने कहा कि अगर ऐसा नहीं करते हैं तो माना यह जाएगा कि उनकी भी मौर्य के विवादास्पद बयान के साथ सहमति है। उन्होंने कहा कि सपा प्रमुख की चुप्पी यह जता रही है कि उनके इशारे स्वामी प्रसाद मौर्य ने रामचरित मानस पर अभद्र टिप्पणी की, ताकि प्रदेश का माहौल बिगाडा जा सके। इस टिप्पणी पर अखिलेश का क्या मत है यह प्रदेश की जनता व भाजपा जानना चाहती है।