Edited By ,Updated: 04 May, 2016 03:15 PM

काशी में अन्याय प्रतिकार यात्रा में हुए बवाल के आरोप में फतेहगढ़ जेल में बंद कांग्रेस विधायक अजय राय ने रिहा होने के बाद वाराणसी पहुंचने पर प्रधानमंत्री मोदी और प्रदेश सरकार पर गंभीर आरोप लगाया है।
वाराणसी(केएन शुक्ला): काशी में अन्याय प्रतिकार यात्रा में हुए बवाल के आरोप में फतेहगढ़ जेल में बंद कांग्रेस विधायक अजय राय ने रिहा होने के बाद वाराणसी पहुंचने पर प्रधानमंत्री मोदी व सपा मुखिया मुलायम सिंह पर गंभीर आरोप लगाया है। प्रेस कांफ्रेंस के दौरान अजय राय ने आरोप लगाया कि इन्हीं लोगों के इशारों पर उन्हें जेल में 7 महीने यातना दी गई।
जेल में दी गई यातना
विधायक ने बताया कि जेल में उन्हें जमीन पर सोने के लिए मजबूर किया गया। जबकि उन्हें पैर में साइटिका की बीमारी होने के नाते डॉक्टर ने सख्त बिस्तर देने की सलाह दी थी उसके बावजूद जानबूझ कर जमीन पर सुलाया गया और उन्हें जाड़े में नहाने के लिए ठंडा पानी दिया गया। 3 महीने तक पैर में तकलीफ होने के बाद भी डॉक्टर को नहीं दिखाया गया जिसके चलते उनका दाहिना पैर काफी हद तक खराब होने की हालत में पहुंच चुका है। विधायक अजय राय भी चाहते है कि आगामी विधानसभा चुनाव में प्रदेश का नेतृत्व प्रियंका गांधी करें।
मोदी के चुनाव का खर्चा मांगने की मिली सजा
विधायक ने आरोप लगाया कि लोकसभा में चुनाव में मोदी के खिलाफ चुनाव लडऩे और पीएम के चुनाव में खर्च का ब्यौरा मांगने की पीटिशन दायर करने का खामियाजा मुझे जेल की हवा खा कर भुगतना पड़ा है। उन्होंने बताया कि चुनाव के पहले से उनके ऊपर दबाव बनाया जा रहा था कि वे पीएम के खिलाफ चुनाव न लड़ें और वापस बीजेपी में शामिल हो जाएं। अजय राय ने कहा कि मोदी के प्रतिनिधि ने जेल के अंदर जा कर पीएम के खिलाफ हाई कोर्ट में दायर पिटिशन को वापस लेने का दबाव बनाया। विधायक ने कहा कि वे किसी के भी दबाव में नहीं आयेंगे और प्रदेश में तीन एम मोदी, मुलायक व मायावती के खिलाफ आन्दोलन छेड़ेंगे और प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनायेंगे।
अजय राय ने हाईकोर्ट के जजमेंट का जिक्र करते हुए बताया कि कोर्ट ने अपने आदेश में खुद ये बात कही है कि अन्याय प्रतिकार यात्रा में उनके खिलाफ एन.एस.ए. लगाने के मामले में डी.एम. ने अपने दिमाग का इस्तेमाल नहीं किया है।