Edited By Anil Kapoor,Updated: 06 Aug, 2025 08:01 AM

Balrampur News: उत्तर प्रदेश के बलरामपुर जिले में चल रहे धर्मांतरण के बड़े मामले में अब एक बड़ा खुलासा हुआ है। जांच एजेंसियों के अनुसार, छांगुर (जमालुद्दीन), नीतू (नसरीन) और नवीन केवल इस साजिश के मोहरे हैं। असली साजिशकर्ता सादुल्लानगर क्षेत्र से...
Balrampur News: उत्तर प्रदेश के बलरामपुर जिले में चल रहे धर्मांतरण के बड़े मामले में अब एक बड़ा खुलासा हुआ है। जांच एजेंसियों के अनुसार, छांगुर (जमालुद्दीन), नीतू (नसरीन) और नवीन केवल इस साजिश के मोहरे हैं। असली साजिशकर्ता सादुल्लानगर क्षेत्र से जुड़ा है, जिसे पिछले कई समय से धर्मांतरण के लिहाज से बेहद संवेदनशील माना जाता रहा है।
जांच रिपोर्ट दबाई गई और अफसरों को साइडलाइन किया गया
पूर्व जिलाधिकारी अरविंद सिंह ने अपने कार्यकाल (12 जून से 28 जून 2024) के दौरान इस नेटवर्क का बड़ा खुलासा किया था। उन्होंने पुलिस और धर्मांतरण कराने वालों के बीच गठजोड़ का पता लगाकर कड़ी कार्रवाई की सिफारिश की थी। लेकिन उनकी जांच रिपोर्ट को दबा दिया गया और उन्हें तबादला कर दिया गया। इस मामले का असर तत्कालीन एसपी पर भी पड़ा, जिन्हें हटा दिया गया और कुछ समय के लिए साइडलाइन कर दिया गया।
मामला सिर्फ बलरामपुर तक सीमित नहीं, साजिश का नेटवर्क विदेशों तक फैला
जांच में यह भी सामने आया है कि यह धर्मांतरण का नेटवर्क केवल बलरामपुर तक सीमित नहीं है। इसके तार दुबई, कतर, सऊदी अरब और पाकिस्तान तक फैले हुए हैं। यह नेटवर्क नेपाल में भी सक्रिय था और वहां कई धर्मांतरण की घटनाओं में शामिल पाया गया है। इस कारण नेपाल से सटे उत्तर प्रदेश के 7 जिलों की भी जांच एजेंसियां कर रही हैं।
थाना प्रभारी पर गंभीर आरोप, शिकायत सीएम तक पहुंची
साल 2024 में सादुल्लानगर के तत्कालीन थाना प्रभारी पर भी गंभीर आरोप लगे थे। उनके और अपराधियों के गठजोड़ की शिकायत सीधे अपर मुख्य सचिव गृह और मुख्यमंत्री को की गई थी। 18 जून 2024 को भेजे गए पत्र में पूरे धर्मांतरण नेटवर्क की जानकारी दी गई थी। फिर भी इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं हुई और शिकायत को ठंडे बस्ते में डाल दिया गया।