Edited By Ajay kumar,Updated: 02 Dec, 2023 08:09 PM

दिल्ली से सटे गाजियाबाद में 44 महिलाओं को ब्लैकमेल कर उनसे देह व्यापार करवाया जा रहा था। पुलिस ने मौके से 59 युवक-युवतियों को पकड़ा है, जो आपत्तिजनक हालत में थे। पुलिस ने इस मामले में आरोपी स्पा सेंटर मालिक समेत कई लोगों को गिरफ्तार किया है।
गाजियाबाद: दिल्ली से सटे गाजियाबाद में 44 महिलाओं को ब्लैकमेल कर उनसे देह व्यापार करवाया जा रहा था। पुलिस ने मौके से 59 युवक-युवतियों को पकड़ा है, जो आपत्तिजनक हालत में थे। पुलिस ने इस मामले में आरोपी स्पा सेंटर मालिक समेत कई लोगों को गिरफ्तार किया है।
गाजियाबाद के पॉश इलाके में चल रहा था स्पा सेंटर
देह व्यापार का यह कारोबार गाजियाबाद के पॉश इलाके के मॉल में स्थित स्पा सेंटर में चल रहा था। गाजियाबाद पुलिस ने स्पा सेंटर की आड़ में चल रहे देह व्यापार सेंटर पर छापा मारा। इस दौरान पुलिस बल के साथ महिला कर्मचारी और पुलिस के आला अधिकारी भी मौजूद रहे। यहां पुलिस टीम द्वारा आदित्य मॉल में स्थित कुल 6 स्पा सेंटर में छापेमारी की गई।

सूत्रों से मिली सूचना पर कार्रवाई
मामले की पुष्टि करते हुए एसीपी इंदिरापुरम स्वतंत्र कुमार सिंह ने बताया कि शुक्रवार शाम पुलिस को खास सूत्रों से सूचना मिली कि आदित्य मॉल में चल रहे स्पा सेंटरों में बड़े पैमाने पर अवैध देह व्यापार का काम चल रहा है। सूचना मिलने के बाद डीसीपी ट्रांस हिंडन की क्राइम ब्रांच टीम के अलावा महिला पुलिस और इंदिरापुरम थाने की पुलिस को साथ लेकर मॉल के स्पा सेंटरों में छापेमारी की गई। एक साथ 6 स्पा सेंटरों पर छापेमारी की कार्रवाई की गई। छापेमारी के दौरान सभी छह स्पा सेंटरों से 44 महिलाओं और 21 पुरुषों को आपत्तिजनक हालत में आपत्तिजनक वस्तुओं के साथ हिरासत में लिया गया।
स्पा सेंटर के संचालक को पुलिस ने हिरासत में लिया
इस मामले में पुलिस ने मॉल में चल रहे स्पा सेंटरों के संचालकों को भी हिरासत में लिया है। इनके नाम इस प्रकार हैं- सतवा नामक स्पा सेंटर के मालिक दीपक गौड़, कोकोन स्पा सेंटर के मालिक ओमप्रकाश, रिलीफ स्पा सेंटर की संचालिका निशा, रेनिस स्पा सेंटर के संचालक जितेंद्र कुमार और पल्स एंड पेटल्स स्पा सेंटर के संचालक दीपक शर्मा और ललित भाटी। पुलिस इन सभी को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है।

महिलाओं को किया गया ब्लैकमेल
वहीं शुरुआती पूछताछ के दौरान स्पा सेंटरों से पकड़ी गई महिलाओं ने बताया है कि उन्हें संचालकों की ओर से ब्लैकमेल कर अवैध काम के लिए बाध्य किया गया। इस वजह से वे उनका विरोध नहीं कर पा रही थीं। फिलहाल पुलिस पकड़े गए संचालकों और लोगों से पूछताछ कर पूरे मामले का खुलासा करने में जुटी हुई है।