Edited By Moulshree Tripathi,Updated: 12 Feb, 2021 01:46 PM
किसी भी स्थान का नाम ही उसकी पहचान या विशेषता को बहुत हद तक उजागर करता है। नाम अगर पॉजिटिव हो तो समझ में झट से आ जाएगा वहीं निगेटिव हो तो उत्सुकता...
आगराः किसी भी स्थान का नाम ही उसकी पहचान या विशेषता को बहुत हद तक उजागर करता है। नाम अगर पॉजिटिव हो तो समझ में झट से आ जाएगा वहीं निगेटिव हो तो उत्सुकता लाजमि है। उत्तर प्रदेश स्थित ताजनगरी आगरा में एक इलाके नाम घटिया आजम खान भी बरबस लोगों में जिज्ञासा पैदा कर देता है। बता दें कि इतिहासकार राज किशोर शर्मा राजे ने अपनी पुस्तक ‘तवारीख ए आगरा’ में इसका उल्लेख किया है।
पुस्तक के अनुसार मुगल बादशाह जलालुद्दीन मोहम्मद अकबर का एक वजीर था मिर्जा अजीज कोका। उसे उपाधि दी गई थी खान-ए-आजम की। उसकी हवेली थी घाटी में। यहां बरसात में पानी भर जाता था। दरअसल, यह घटिया बिगड़ा हुआ नाम है। पहले यह घाटी था, क्योंकि निचला इलाका है। घाटी से घटिया हो गया। इसके साथ आजम खां इसलिए जुड़ा क्योंकि यहां खान-ए-आजम रहते थे। घटिया आजम खां अब फर्नीचर की बड़ी मंडी है। यहां फर्नीचर के बड़े शोरूम और दुकानें हैं, जिनकी संख्या 100 से ज्यादा हैं। लोहे की अलमारी, कांच की मेज आदि भी यहां मिलती हैं।