Edited By Harman Kaur,Updated: 19 Jul, 2023 12:53 PM

उत्तर प्रदेश के फर्रुखाबाद जिले में गंगा में बाढ़ ने विकराल रूप दिखाना शुरू कर दिया है। आधा सैकड़ा से अधिक गांव बाढ़ के पानी से प्रभावित हो गए हैं। फर्रुखाबाद जनपद से बदायू बरेली को जोड़ने बाले हाइवे पर भी 2 से 3 फ़ीट पानी चलने लगा है...
Farrukhabad News: उत्तर प्रदेश के फर्रुखाबाद जिले में गंगा में बाढ़ ने विकराल रूप दिखाना शुरू कर दिया है। आधा सैकड़ा से अधिक गांव बाढ़ के पानी से प्रभावित हो गए हैं। फर्रुखाबाद जनपद से बदायू बरेली को जोड़ने बाले हाइवे पर भी 2 से 3 फ़ीट पानी चलने लगा है। हालात यह है कि रोड पार करने के लिए वाहनों को गहरे पानी से निकलना पड़ रहा है। कई गांवों और सड़कों पर चार-चार फीट पानी बह रहा है। मुख्या मार्ग से गांव का सम्पर्क टूट गया है। लोगों को आवागमन में दिक्कत होने लगी हैं।

गंगा का जलस्तर खतरे के निशान से 5 सेमी दूर
दरअसल पहाड़ों की बारिश का असर मैदानी इलाके में पड़ रहा है। नरौरा बैराज से गंगा में लगातार चौथे दिन 2 लाख क्यूसेक से अधिक पानी छोड़ा गया है। इससे गंगा का जलस्तर खतरे के निशान से 5 सेमी दूर रह गया है। पांचाल घाट पुल पर गेज 136.95 से बढ़कर 137.05 मीटर पर पहुंच चुका है। यहां खतरे का निशान 137.10 मीटर पर है। आज सुबह गंगा में नरौरा बांध से 213749 क्यूसेक, बिजनौर बांध से 139743 क्यूसेक, हरिद्वार बांध से 136344 क्यूसेक छोड़ा गया। जिसके चलते अभी जल्दी इस बाढ़ से निजात मिलने के आसार नजर नहीं आ रहे है। वहीं, रामगंगा में आज 67210 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा गया।

इन गांवों में भरा बाढ़ का पानी
गंगा की बाढ़ से गांव सुंदरपुर, कछुआ गाढ़ा, सवितापुर, राजाराम की मडैया, नगला दुर्गू, सैदापुर, करनपुर घाट, कुड़री सारंगपुर, फुलहा, जटपुरा, कहिलियाई, मंझा, तीसराम की मढ़ैया, जमापुर, गैटियां, आशा की मडैया, कंचनपुर, उदयपुर, जगतपुर, रामपुर, सबलपुर, कुबेरपुर, रतनपुर, नगरिया जवाहर, बमियारी, बरुआ, अमीराबाद, जोगरपुर, कुसुमापुर, कुतुलूपुर, अंबरपुर, भाऊपुर चौरासी गांव में पानी भर गया है। इससे ग्रामीणों के आने-जाने में दिक्कतें बढ़ गई हैं।
गांव तीसाराम की मडैया, इमादपुर सोमवंशी को जाने वाले मार्ग पर बाढ़ का पानी चल रहा है। बरुआ जाने वाले मार्ग पर 3 फीट पानी है। गंगा के पानी से लगातार पिछले कई दिनों से बढ़ने से ग्रामीणों का हाल बेहाल है। वहीं, फर्रुखाबाद बरेली बदायू मार्ग पर चित्रकूट ग्राम के पास हाईवे चल रहे पानी को लेकर किसी भी तरह का कोई चेतावनी बोर्ड आदि न लगने के चलते राहगीर अपनी जान जोखिम में डाल वहां से निकल रहे है।