Edited By Ajay kumar,Updated: 19 Mar, 2023 08:54 AM

उत्तर प्रदेश में बिजली अभियंताओं-कर्मचारियों की हड़ताल तीसरे दिन भी जारी है। इस बीच पुरानी पेंशन (Old Pension scheme) बहाली को लेकर संयुक्त मंच के बैनर तले बड़े पैमाने पर रैली की तैयारी की जा रही है। रैली 21 मार्च को आयकर भवन (Aaykar Bhavan) से...
बरेली: उत्तर प्रदेश में बिजली अभियंताओं-कर्मचारियों की हड़ताल तीसरे दिन भी जारी है। इस बीच पुरानी पेंशन (Old Pension scheme) बहाली को लेकर संयुक्त मंच के बैनर तले बड़े पैमाने पर रैली की तैयारी की जा रही है। रैली 21 मार्च को आयकर भवन (Aaykar Bhavan) से निकलेगी। इसमें ज्यादा से ज्यादा संख्या में केंद्र और राज्य कर्मचारी शिक्षक और अधिकारियों को शामिल करने के लिए लगातार संपर्क किया जा रहा है।
कर्मचारी नेताओं ने रैली में अधिक से अधिक संख्या में शामिल होने के लिए कहा
शनिवार को कर्मचारी नेताओं ने बीएसए, डीआईओस, विकास भवन, सिंचाई विभाग, एनसीसी और वन विभाग के कार्यालयों में जाकर कर्मचारी और अधिकारियों से संपर्क किया और रैली में अधिक से अधिक संख्या में शामिल होने के लिए कहा। रैली में रेलवे, आयकर, बीमा, डाक विभाग, माध्यमिक शिक्षक, प्राथमिक शिक्षक समेत विभिन्न विभागों के कर्मचारी एवं अधिकारी बड़ी संख्या में शामिल होंगे। जन संपर्क के दौरान राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के जिलाध्यक्ष सुनील जैन, विवेक शर्मा, डॉ. अंचल अहेरी, सर्वेश शर्मा, राजीव शर्मा, विमल वशिष्ठ, सर्वेश मौर्य, डॉ बृज किशोर शर्मा आदि वरिष्ठ कर्मचारी नेता मौजूद रहे।

एलान- खत्म नहीं होगा यह संघर्ष
उत्तर प्रदेश लोक निर्माण विभाग मिनिस्ट्रियल एसोसिएशन बरेली के प्रेरणा सदन में शनिवार को पुरानी पेंशन बहाली संयुक्त मोर्चा के प्रांतीय आह्वान पर सोमवार को प्रेसवार्ता की गई। जिसमें बिशप इंटर कालेज से निकाली जाने वाली शंखनाद रैली को सफल बनाने की जानकारी दी गई। प्रांतीय संयोजक आलोक सिंह चौहान ने बताया कि संयुक्त मोर्चा विभिन्न जनपदों मैं शंखनाद मोटरसाइकिल रैली निकालकर जिलाधिकारी के माध्यम से प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री को ज्ञापन सौंपेगा। जिला संयोजक नरेश गंगवार, राम लाल कश्यप, जितेंद्र कुमार पाठक, हरीश कुमार गंगवार, अभिषेक अग्रवाल, संजीव शर्मा, धर्मपाल सिंह, सुदेश तोमर आदि उपस्थित रहे।

2004 में लागू हुई नई पेंशन योजना
केंद्र सरकार ने साल 2004 में नई पेंशन योजना (New Pension system) लागू किया था। इसके तहत नई पेंशन योजना के फंड के लिए अलग से खाते खुलवाए गए और फंड के निवेश के लिए फंड मैनेजर भी नियुक्त किए गए थे। अगर पेंशन फंड के निवेश का रिटर्न अच्छा रहा तो प्रोविडेंट फंड (Provident Fund) और पेंशन (Pension) की पुरानी स्कीम की तुलना में नए कर्मचारियों को रिटायरमेंट के समय भविष्य में अच्छी धनराशि भी मिल सकती है। लेकिन कर्मचारियों का कहना है कि पेंशन फंड के निवेश का रिटर्न बेहतर ही होगा, यह कैसे संभव है। इसलिए वे सातवें पे कमीशन के तहत पुरानी पेंशन योजना (Old Pension scheme) को लागू करने की मांग कर रहे हैं।
पुरानी पेंशन स्कीम के 3 बड़े फायदे
- OPS में पेंशन अंतिम ड्रॉन सैलरी के आधार पर बनती थी।
- OPS में महंगाई दर बढ़ने के साथ DA (महंगाई भत्ता) भी बढ़ता था।
- जब सरकार नया वेतन आयोग लागू करती है तो भी इससे पेंशन में बढ़ोतरी होती है।