Edited By Deepika Rajput,Updated: 23 Oct, 2019 12:22 PM

उत्तर प्रदेश पुलिस के कंधों पर कानून-व्यवस्था की बड़ी जिम्मेदारी है। पुलिस को हरदम अपराध से निपटने के लिए सतर्क रहना पड़ता है। कई बार तो प्रदर्शन के चलते पुलिस आंसू गैस का गोला भी चलाती है। वहीं ऐसे में पुलिस और अपराधी आमने-सामने हो और बंदूक धोखा दे...
बलियाः उत्तर प्रदेश पुलिस के कंधों पर कानून-व्यवस्था की बड़ी जिम्मेदारी है। पुलिस को हरदम अपराध से निपटने के लिए सतर्क रहना पड़ता है। कई बार तो प्रदर्शन के चलते पुलिस आंसू गैस का गोला भी चलाती है। वहीं ऐसे में पुलिस और अपराधी आमने-सामने हो और बंदूक धोखा दे जाए तो आखिर क्या होगा। ऐसा ही कुछ बलिया में देखने को मिला है।
जानकारी के मुताबिक, त्योहारों की सुरक्षा को लेकर बलिया में आंसू गैस का गोला चलाने के लिए पुलिसकर्मियों को प्रशिक्षण दिया जा रहा था। पुलिस विभाग के आलाधिकारियों के साथ-साथ जनपद के सभी एसओ और हेड कांस्टेबल पुलिस प्रेड ग्राउंड में पहुंचे। कार्यक्रम में जिलाधिकारी भवानी सिंह खंगारौत व पुलिस अधीक्षक देवेंद्र नाथ भी मौजूद थे। इस दौरान तमाम कोशिशों के बाद भी आंसू गैस का गोला नहीं दगा। कार्यक्रम की वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रही है।
वहीं मिस फायर से हो रही किरकिरी पर बलिया के पुलिस अधीक्षक देवेंद्र नाथ ने सफाई दी है। उन्होंने कहा कि प्रशिक्षण के दौरान डमी गोलियों का इस्तेमाल किया जाता है, जिसके चलते ये मिस फायर नहीं है।