Edited By Ajay kumar,Updated: 27 Oct, 2019 09:43 AM
समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि हरियाणा में जनादेश की तिलाजंलि देकर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि उसका एकमात्र लक्ष्य सत्ता पाना और उस पर कुंडली मार कर बैठ जाना है।
लखनऊ: समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि हरियाणा में जनादेश की तिलाजंलि देकर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि उसका एकमात्र लक्ष्य सत्ता पाना और उस पर कुंडली मार कर बैठ जाना है।
अखिलेश यादव ने शनिवार को कहा कि जनता ने महाराष्ट्र, हरियाणा के विधानसभा चुनाव और उत्तर प्रदेश समेत कुछ अन्य राज्यों में होने वाले उपचुनावों के परिणाम दर्शाते है कि जनता ने भाजपा के भविष्य की दिशा का संकेत कर दिया है। हरियाणा में सिद्धांत की राजनीति पराजित हुई है। राजनीति में शुचिता और गरिमा को तिलांजलि देकर भाजपा ने साबित कर दिया है कि उसका प्रथम और अंतिम लक्ष्य एक मात्र सत्ता पाना और उस पर कुण्डली मारकर बैठ जाना है।
उन्होने कहा कि उत्तर प्रदेश में हालात दिन पर दिन बिगड़ते जा रहे है। अपराधी घरों के चिराग बुझाने में व्यस्त हैं। भाजपा के मन का अंधेरा कैसे दूर होगा। उनकी जनहित की कोई अपनी योजना तो है नहीं, इसलिए समाजवादी सरकार के समय के कामों में ही हेराफेरी करके नाम कमा रहे है। अपराध नियंत्रण के लिए यूपी डायल 100 नम्बर की व्यवस्था समाजवादी सरकार की देन है। अपराध रोक नहीं पाए तो नम्बर बदल दिया। यूपी डायल 100 नम्बर को 112 नम्बर बना देने से तो अपराध रूकने वाले नहीं। नम्बर चेंज गेम से भाजपा सरकार ने अपनी खोखली मानसिकता ही प्रदर्शित की है।
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि अब तो खुद प्रदेश की राज्यपाल ने भी साफगोई से सरकार को आईना दिखाते हुए कहा है कि अस्पतालों में वसूली हो रही है और थानों में डर का माहौल है। मंत्रियों के भ्रष्टाचार की चर्चाएं हैं। वाराणसी में लूट के दौरान सररफ को बचाने में एक युवक की मौत हो गई। उत्तर प्रदेश में एक वर्ष के भाजपा राज में 28 हजार हत्याएं हो चुकी है। जिन घरों में हत्याएं हुई हैं अब उन घरो में प्रकाश कैसे होगा।
उन्होने कहा कि बलात्कार की शिकार बच्चियों के जीवन में प्रकाश कैसे और कब होगा। 561100 महिला उत्पीड़न के मामले दर्ज हुए जिनमें बलात्कार हत्या, एसिड अटैक आदि शामिल हैं। कोई दिन बचता नहीं जब किसान आत्महत्या न करता हो। नोटबंदी-जीएसटी की मार से जिनके उद्योग बंद हो गए हैं और जो बेरोजगार हो गए हैं, उनके जीवन में जो अंधेरा है, वह कब मिटेगा, इनके परिवारों में कब और कैसे उजाला आएगा