Edited By Ajay kumar,Updated: 26 Mar, 2020 12:07 PM
कोरोना वायरस का प्रसार रोकने के लिए देश में किए गए 21 दिन के बंद (लॉक डाउन) के मद्देनजर बहुजन समाज पार्टी और समाजवादी पार्टी ने केंद्र और राज्य सरकारों से गरीबों के लिए राहत पैकेज की मांग की है।
लखनऊ-कोरोना वायरस का प्रसार रोकने के लिए देश में किए गए 21 दिन के बंद (लॉक डाउन) के मद्देनजर बहुजन समाज पार्टी और समाजवादी पार्टी ने केंद्र और राज्य सरकारों से गरीबों के लिए राहत पैकेज की मांग की है। बहुजन समाज पार्टी की सुप्रीमों मायावती ने गुरुवार को ट्वीट कर कहा "देश की 130 करोड़ गरीब/मेहनतकश जनता पर 21 दिनों के लॉकडाउन/कर्फ्यू वाली पाबन्दियों को कड़ाई से लागू करने के बाद, खासकर गरीब लोगों का पेट भरने अर्थात उनकी रोटी-रोजी की समस्या को दूर करने के लिए केन्द्र और राज्य सरकारों द्वारा राहत पैकेज की व्यवस्था करना बहुत ही जरूरी है। इस पर तुरन्त ध्यान दें।"
उन्होंने अपने दूसरे ट्वीट में कहा " साथ ही देशव्यापी बंद की इस स्थिति में निजी क्षेत्र को दी गईं विभिन्न रिआयतों के साथ-साथ केंद्र और राज्य सरकारें यह भी सुनिश्चित करें कि वहाँ काम करने वाले लोगों को भी महीने का वेतन मिल सके। लोगों से भी अपील है कि वे सरकारी निर्देशों का अनुपालन करें। " समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने गुरुवार को एक ट्वीट में कहा "इस कठिन समय में सरकार को तत्काल देश के सभी जन-धन खाताधारकों के बैंक खातों में सहायता धनराशि स्थानांतरित करने का प्रबंध करना चाहिए। साथ ही जो लोग रास्तों पर भटक रहे हैं उनके भोजन-पानी, चिकित्सा और सुरक्षित दूरी बनाए रखते हुए रैन-बसेरों का भी इंतज़ाम करना चाहिए ।"
यादव ने सरकार से अपील है " गरीब लोगों के लिए भोजन की व्यवस्था तत्काल करें ताकि वे लोग घास खाने पर मजबूर न हों। साथ ही सब्ज़ी जैसी दैनिक उपयोग की चीज़ों को खरीदने के लिए जाने वालों पर पुलिस संयम बरते।"