Edited By Imran,Updated: 22 Oct, 2022 04:35 PM

लखनऊ: नया निजाम मिलते ही लगता है कांग्रेस में जान सी आ गई है। प्रदेश के नए कांग्रेस अध्यक्ष बृजलाल खाबरी ने भी 2024 लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को यूपी से ज्यादा से ज्यादा सीट जीताने के लिए कमर कस लिया है।
लखनऊ: नया निजाम मिलते ही लगता है कांग्रेस में जान सी आ गई है। प्रदेश के नए कांग्रेस अध्यक्ष बृजलाल खाबरी ने भी 2024 लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को यूपी से ज्यादा से ज्यादा सीट जीताने के लिए कमर कस लिया है। उन्होंने प्रदेश के सभी 6 प्रांतीय अध्यक्षों को तीन-तीन मंडलों की जिम्मेदारी सौंपी है। प्रदेश अध्यक्ष ने राष्ट्रीय नेतृत्व को ब्लू प्रिंट भेज दिया है। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक कांग्रेस ने भी खाबरी के सारे सुझावों को मान लिया है। क्योंकि कांग्रेस नेतृत्व ये जान चुका है कि बिना यूपी में मजबूत हुए देश की राजनीति नहीं की जा सकती है।
संगठन को मजबूत करने के साथ ही जनाधार बढ़ा पर होगा जोर
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने सभी प्रांतीय अध्यक्षों को अपने कमिश्नरी (मंडलों) में संगठन को मजबूत करने के साथ ही पार्टी के घटे हुए जनाधार को फिर से बढ़ाने के लिए कहा है। आप को बता दे की उत्तर प्रदेश में कुल 18 मंडल है। जिसमें पार्टी ने सभी उपाध्यक्षों को तीन-तीन मंडल की जिम्मेदारी दी है। हाईकमान ने कहा है कि वो बसपा के मूल वोटरों दलित खासकर जाटव बिरादरी को ज्यादा से ज्यादा कांग्रेस के साथ जोड़े। जहां ब्राह्मणों को अपने साथ लाने के लिए नकुल दूबे और योगेश दिक्षित, मुसलमानों को जोड़ने के लिए नसीमुद्दीन सिद्दीकी को तो भूमिहारों को जोड़ने के लिए पूर्व विधायक अजय राय के साथ ही ओबीसी जातियों को साधने के लिए अनिल यादव को कांग्रेस ने आगे किया है। इन सभी प्रदेश उपाध्यक्षों को स्वजातीय सम्मेलन करने के लिए छूट दी गई है।
कामों का जल्द बटवारा
हाल में ही कांग्रेस ने बसपा से कांग्रेस में आए बृजलाल खाबरी को प्रदेश कांग्रेस का नया अध्यक्ष बनाया है। इसके साथ ही कांग्रेस ने प्रदेश में जातीय व धार्मिक संतुलन बनाने के लिए 6 प्रदेश उपाध्यक्षों की नियुक्ति की है। बीच में त्यौहार आ जाने व कांग्रेस के नए राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव के कारण कामों का बंटवारा नहीं हो पाया था। लेकिन अब जल्द ही इन सभी के कामों का बटवारा हो जाएगा। इन्हें अपने मंडलों में मजबूत संगठन खड़ा करने के साथ ही चुनावों में बेहतर नतीजे के लिए जी-जान से जुटना का आदेश दिया गया है। चुनाव के परिणाम के आधार पर ही सांगठनिक कामकाज के लिहाज से उनका मूल्यांकन होगा।
फीडबैक के लिए अलग टीम
खाबरी ने संगठन के पदाधिकारियों के कामकाज को लेकर एक फीडबैक लाने की 25 कार्यकर्ताओं की टीम बनाई है। जो संगठन के लोगों व पदाधिकारियों का फीडबैक सीधे प्रदेश अध्यक्ष को देंगे। जिससे पता चलेगा की संगठन में लोग कितना काम कर रहे है। ये फीडबैक का काम गोपनीय तरीके से होगा। जिससे समय समय पर लोगों को जोड़ा या संगठन से बाहर निकाला जा सकें।