Edited By Ramkesh,Updated: 30 Jun, 2025 12:52 PM

उत्तर प्रदेश के इटावा में कथावाचकों के साथ हुई बदसलूकी की घटना को लेकर सियासत थमने का नाम नहीं ले रहा है। समाजवादी पार्टी इटावा मुद्दे को लेकर सरकार पर हमलावर है। इसी कड़ी में अखिलेश यादव ने बाबा बागेश्वर (आचार्य धीरेन्द्र शास्त्री) को लेकर बड़ा...
लखनऊ: उत्तर प्रदेश के इटावा में कथावाचकों के साथ हुई बदसलूकी की घटना को लेकर सियासत थमने का नाम नहीं ले रहा है। समाजवादी पार्टी इटावा मुद्दे को लेकर सरकार पर हमलावर है। इसी कड़ी में अखिलेश यादव ने बाबा बागेश्वर (आचार्य धीरेन्द्र शास्त्री) को लेकर बड़ा बयान दिया। जिसके बाद भाजपा प्रवक्ता राकेश त्रिपाठी ने अखिलेश यादव पर मजहबी तुष्टीकरण का आरोप लगाया है।
प्रवक्ता ने कहा कि अखिलेश यादव मजहबी तुष्टीकरण के सहारे एक समाज को गोलबंद करने की कोशिश कर रहे हैं जबकि इसे सपा को फायदा होने वाला नहीं है। अखिलेश केवल सिर्फ सनातन का विरोध कर रहे हैं जानबूझकर के धर्मग्रंथो, साधु-संतों, सनातन और भगवा पर अपमानजनक टिप्पणियां करते हैं। सपा के नेताओं की टिप्पणियों से समाज के विभाजन का खतरा हो सकता है। सनातन को अपमानित कर वोट बैंक की गोलबंदी करना चाहते हैं जबकि जनता समझ चुकी है। आप के बहकावे में नहीं आने वाली है।
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Lucknow News: उत्तर प्रदेश के इटावा जिले में कथावाचकों के साथ मारपीट की घटना ने सियासी हलचल मचा दी है। समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने इस मामले में बीजेपी सरकार पर निशाना साधा है। इसके साथ ही उन्होंने मशहूर कथावाचक और बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री पर भी गंभीर आरोप लगाए हैं।