Edited By Harman Kaur,Updated: 06 Apr, 2023 03:09 PM

पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव (Mulayam Singh Yadav) को मृत्यु उपरांत पद्म विभूषण (Padma Vibhushan) मिलने पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने ट्वीट किया....
लखनऊ: पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव (Mulayam Singh Yadav) को मृत्यु उपरांत पद्म विभूषण (Padma Vibhushan) मिलने पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने ट्वीट किया। इस ट्वीट में उन्होंने कहा कि समाज की मुख्यधारा से शोषितों, वंचितों और पिछड़ों को जोड़ने के लिए उन्हें हमेशा याद किए जाएंगा।
'नेताजी हमेशा किए जाएंगे याद'
CM योगी ने ट्वीट में लिखा कि माननीय राष्ट्रपति जी द्वारा आज पूर्व रक्षा मंत्री, उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री श्री मुलायम सिंह यादव जी को 'पद्म विभूषण' (मरणोपरांत) से सम्मानित किया गया। समाज की मुख्यधारा से शोषितों, वंचितों और पिछड़ों को जोड़ने के लिए वे सदैव याद किए जाएंगे।
बता दें कि बुधवार को पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव को मरणोपरांत पद्म विभूषण पुरस्कार से सम्मानित किया गया। मुलायम सिंह के पुत्र और सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने राष्ट्रपति भवन में सम्मान ग्रहण किया। सम्मान ग्रहण समारोह के दौरान अखिलेश की पत्नी डिंपल यादव समेत कई नेता मौके पर मौजूद रहे। इस साल गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर पद्म पुरस्कारों की सूची जारी हुई थी, जिसमें 106 लोगों को पद्म पुरस्कारों से सम्मानित किया गया था। इस लिस्ट में 6 पद्म विभूषण, 9 पद्म भूषण और 91 पद्म श्री शामिल थे। इस बार 19 पुरस्कार विजेता महिलाएं और सूची में विदेशियों/एनआरआई/पीआईओ/ओसीआई की श्रेणी के 2 व्यक्ति और 7 मरणोपरांत पुरस्कार प्राप्त करने वाले भी शामिल थे। इस साल दिवंगत सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव, संगीतकार जाकिर हुसैन, दिवंगत दिलीप महालनोबिस, एस एम कृष्णा, श्रीनिवस वर्धन और दिवंगत बालकृष्ण दोशी को पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया है।

पहलवानी के कारण ही राजनीति में आए मुलायम सिंह
22 नवंबर, 1939 को इटावा के सैफई में जन्मे मुलायम सिंह यादव के पिता एक पहलवान थे और मुलायम सिंह को भी पहलवान बनाना चाहते थे। हालांकि मुलायम सिंह पहलवानी के कारण ही राजनीति में आए। दरअसल मुलायम सिंह यादव के राजनैतिक गुरु नत्थूसिंह मैनपुरी में आयोजित एक कुश्ती प्रतियोगिता के दौरान मुलायम से काफी प्रभावित हुए और फिर यहीं से मुलायम सिंह यादव का राजनैतिक करियर शुरु हो गया। मुलायम सिंह यादव साल 1967 में इटावा की जसवंतनगर विधानसभा से पहली बार चुनाव जीतकर विधानसभा में पहुंचे थे। मुलायम सिंह यादव यह चुनाव भारतीय राजनीति के दिग्गज राममनोहर लोहिया की संयुक्त सोशलिस्ट पार्टी के टिकट पर यह चुनाव जीते थे। इसी बीच 1968 में राममनोहर लोहिया का निधन हो गया। इसके बाद मुलायम उस वक्त के बड़े किसान नेता चरणसिंह की पार्टी भारतीय क्रांति दल में शामिल हो गए। 1974 में मुलायम सिंह बीकेडी के टिकट पर दोबारा विधायक बने। इसी बीच इमरजेंसी के दौरान मुलायम सिंह यादव भी जेल गए। जसवंतनगर से तीसरी बार विधायक चुने जाने पर मुलायम सिंह यादव रामनरेश यादव की सरकार में सहकारिता मंत्री बने। चरणसिंह के निधन के बाद मुलायम सिंह यादव का राजनैतिक कद बढ़ना शुरु हुआ।