Edited By Tamanna Bhardwaj,Updated: 24 Aug, 2022 12:43 PM

आगरा: उत्तर प्रदेश के आगरा के निकट चंबल नदी में बाढ़ आ चुकी है। यहां नदी का जलस्तर कल रात को खतरे के निशान को भी पार कर गया। वहीं, आज सुबह नदी का जल स्तर 131.50 मीटर पहुंच गया है, जो कि खतरे के निशान से करीब 1.5 मीटर अधिक है।
आगरा: उत्तर प्रदेश के आगरा के निकट चंबल नदी में बाढ़ आ चुकी है। यहां नदी का जलस्तर कल रात को खतरे के निशान को भी पार कर गया। वहीं, आज सुबह नदी का जल स्तर 131.50 मीटर पहुंच गया है, जो कि खतरे के निशान से करीब 1.5 मीटर अधिक है। कई क्षेत्रों में जलभराव हो गया है। पानी का जलस्तर बढ़ते देख ग्रामीणों को डर है कि कहीं पानी के सहारे मगरमच्छ गांवों में न आ जाएं। किसी भी स्थिति से निपटने के लिए विभागीय अधिकारी व कर्मचारियों को अलर्ट कर दिया गया है।

चंबल नदी के जलस्तर में हुई बढ़ोतरी
जानकारी के मुताबिक कोटा बैराज से पानी छोड़ने के चलते बीते मंगलवार को चंबल नदी के जलस्तर में बढ़ोतरी हुई है। यहां कल दोपहर बाद पांच लाख क्यूसेक और पानी छोड़ा गया था। यह पानी आज यहां पहुंच जाएगा। जिससे जलस्तर और बढ़ेगा। इस पानी के आने से पहले चंबल नदी का पानी आबादी वाले इलाके में जा चुका है। पानी को देख लोग सुरक्षित स्थानों की तरफ भाग रहे हैं। वहीं, अधिकारियों ने बाढ़ग्रस्त क्षेत्र का निरीक्षण किया है। इस दौरान स्टीमर, नाव और कई टीमों को लगाया गया है। नदी का जलस्तर 10 सेंटीमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से बढ़ रहा है।

ग्रामीणों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया गया
बता दें कि 2 साल पहले भी चंबल नदी खतरे के निशान को पार कर गई थी। अब बाह तहसील क्षेत्र के 1 दर्जन गांव बाढ़ की चपेट में है। हजारों बीघा फसल जलमग्न होकर नष्ट हो चुकी है। वहीं, एसडीएम रतन वर्मा, तहसीलदार सर्वेश कुमार सिंह, नायब तहसीलदार गौरव कुमार अग्रवाल ने बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों को निरीक्षण किया। इस दौरान लेखपाल को क्षेत्र में ही रहने के निर्देश दिए गए है। बाढ़ की स्थिति से निपटने के लिए ग्रामीणों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाने की व्यवस्था की जा रही है। बाढ़ के हालातों को देखते हुए बाह के सात गांवों के लिए स्टीमरों की व्यवस्था की गई है।

इन गांवों की काटी बिजली
बताया जा रहा है कि बाढ़ में घिरे रानीपुरा, गोहरा, भटपुरा, गुढ़ा गांव की बिजली काट दी गई है। पानी का जलस्तर बढ़ते देख ग्रामीणों को डर है कि कहीं पानी के सहारे मगरमच्छ गांवों में न आ जाएं। कई क्षेत्रों में जल भराव हो गया है, जिससे बचने के लिए ग्रामीण ऊंचाई पर पहुंचकर खुद को सुरक्षित करने में जुटे हुए हैं। ग्रामीणों को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। सीएचसी बाह की टीम ने चंबल के तटीय गांव शिवलालपुरा, डालपुरा में स्वास्थ्य कैंप का आयोजन किया गया। जिसमें 61 मरीजों का स्वास्थ्य का परीक्षण कर उन्हें दवा दी। कैंप में मोहम्मद जुतैन, उस्मान अली, योगेश कुमार, अजीत सिंह आदि रहे। किसी भी स्थिति से निपटने के लिए विभागीय अधिकारी व कर्मचारियों को अलर्ट कर दिया गया है।
