Edited By Pooja Gill,Updated: 07 Aug, 2025 09:29 AM

लखनऊ: उत्तर प्रदेश के कानपुर देहात में बाढ़ प्रभावित इलाके के दौरे पर गए राज्य के मत्स्य पालन मंत्री संजय निषाद 'असंवेदनशील' टिप्पणी को लेकर विवादों में घिर गए हैं। इस घटना का एक वीडियो वायरल...
लखनऊ: उत्तर प्रदेश के कानपुर देहात में बाढ़ प्रभावित इलाके के दौरे पर गए राज्य के मत्स्य पालन मंत्री संजय निषाद 'असंवेदनशील' टिप्पणी को लेकर विवादों में घिर गए हैं। इस घटना का एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें निषाद को अपने दौरे के दौरान बाढ़ के पानी में खड़ी एक महिला द्वारा गांगा नदी की बाढ़ से हो रही परेशानी के बारे में बताये जाने पर, उससे कहते देखे और सुने जा सकते हैं कि, ''गंगा नदी आपके पांव धोने के लिए आपके दरवाजे तक पहुंचती है, और यह आपको सीधे स्वर्ग ले जाएगी।''
विपक्ष ने साधा निशाना
निषाद की इस टिप्पणी पर विपक्षी नेताओं ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की और मंत्री पर बाढ़ प्रभावित लोगों की दुर्दशा के प्रति असंवेदनशील होने का आरोप लगाया। मंत्री के बयान के बाद एक वायरल वीडियो में महिला को यह कहते सुना गया, ''गंगा का आशीर्वाद खुद ही ग्रहण करें।'' हालांकि यह स्पष्ट नहीं है कि महिला मंत्री को जवाब दे रही थी या वहां मौजूद किसी अन्य व्यक्ति से बात कर रही थी।
देखिए वीडियो...
'यह टिप्पणी 'हल्के-फुल्के' अंदाज में की गई थी'
इस बीच, निषाद ने वह टिप्पणी किये जाने की बात स्वीकार की और कहा कि यह टिप्पणी 'हल्के-फुल्के' अंदाज में की गई थी। मंत्री ने कहा, ''मैं निषादों के बाढ़ प्रभावित इलाके में गया था जहां उनसे बातचीत करते हुए मैंने कहा कि मोक्ष की तलाश में दूर-दूर से लोग गंगा में पवित्र स्नान करने आते हैं और यहां गंगा मैया आपके दरवाजे पर ही हैं। निषाद ने कहा, ''हम निषाद नदियों की पूजा करते हैं, जो हमारे जीवन और आजीविका का स्रोत हैं, इसलिए इस टिप्पणी का अपना अलग संदर्भ है।''
'यह बयान मंत्री की असंवेदनशीलता को दर्शाता'
निषाद के इस बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए समाजवादी पार्टी (सपा) के प्रवक्ता सर्वेंद्र बिक्रम सिंह ने कहा कि यह मंत्री की असंवेदनशीलता को दर्शाता है। उन्होंने कहा, ''मंत्री संजय निषाद को जमीनी हकीकत और बाढ़ प्रभावित लोगों की स्थिति के बारे में जानकारी नहीं है। राज्य सरकार लोगों को राहत पहुँचाने में विफल रही है और उसके मंत्री तस्वीरें खिंचवाने के मौके ढूँढ़ रहे हैं। ऐसे समय में जब लोग बाढ़ के कारण अपने घर और रोजगार खो रहे हैं, इस तरह के बयान दिखाते हैं कि उत्तर प्रदेश के मंत्री वास्तविकता से कितने कटे हुए हैं।'' वहीं, उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अजय राय ने कहा, ''ऐसे गैर-जिम्मेदाराना बयान आस्था का अपमान करने जैसे हैं।''