Edited By Prashant Tiwari,Updated: 09 Nov, 2022 05:37 PM

बुधवार को जिले के दौरे पर पहुंचे सुभासपा प्रमुख ओम प्रकाश राजभर ने मैनपुरी व खतौली में होने वाले उपचुनाव को लेकर अपनी पार्टी के प्रत्याशियों के नाम का ऐलान किया है।
इटावा : बुधवार को जिले के दौरे पर पहुंचे सुभासपा प्रमुख ओम प्रकाश राजभर ने मैनपुरी व खतौली में होने वाले उपचुनाव को लेकर अपनी पार्टी के प्रत्याशियों के नाम का ऐलान किया है। उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी मजबूती से लड़ेगी और चुनाव में जीत दर्ज करेगी। इसके साथ ही उन्होंने सपा मुखिया पर भी जमकर निशाना साधा कहा जो व्यक्ति एसी से बाहर नहीं निकलेगा वो चुनाव कैसे जीतेगा ? उन्हें लगता है कि वो घर में बैठ कर चुनाव जीत सकते है तो सपना देखते रहे।
मैनपुरी में रमाकांत तो रामपुर में रमेश उम्मीदवार
इटावा के दौरे पर आए सुभासपा प्रमुख ने सबसे पहले आज हरिहरपुर में फीता काटकर सुभासपा जिला कार्यालय का उद्घाटन किया। इस दौरान पार्टी के राष्ट्रीय प्रमुख महासचिव अरविंद राजभर,राष्ट्रीय मुख्य प्रवक्ता अरुण राजभर, जखनियां विधायक श्री वेदीराम के उपस्थिती में उन्होंने मैनपुरी लोकसभा के उपचुनाव में रमाकांत कश्यप को अपनी पार्टी का उम्मीदवार घोषित किया। इसके साथ ही राजभर ने मुजफ्फरनगर के खतौली विधानसभा उपचुनाव में रमेश प्रजापति को अपना उम्मीदवार घोषित किया।
5 दिसंबर को मतदान
मुलायम सिंह यादव के निधन के बाद रिक्त हुई लोकसभा सीट पर उपचुनाव को लेकर जिले में 5 दिसंबर को मतदान प्रक्रिया संपन्न कराई जाएगी। 8 दिसंबर को प्रत्याशियों की किस्मत का फैसला सुनाया जाएगा। वहीं BJP विधायक विक्रम सैनी को कोर्ट से फैसला सुनाए जाने के बाद उनकी सीट खाली हुई है। वही रामपुर को लेकर सुभासपा प्रमुख ने कहा कि अगर मजबूत प्रत्याशी मिलेगा तो पार्टी वहां भी उम्मीदवार उतारने पर विचार करेगी।
लोकसभा उपचुनाव के बाद टूटा था गठबंधन
सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी और सपा का गठबंधन लोकसभा उपचुनाव के बाद गठबंधन टूट गया था। उस वक्त सुभासपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर ने अखिलेश के करीबीयों पर तंज कसते हुए कहा था कि जो लोग बूथ नहीं जीत सकते है वो अखिलेश के सलाहकार है। उन्होंने कहा कि हमें तलाक मंजूर है। 2024 में सब कुछ साफ हो जाएगा। उन्होंने लोकसभा उपचुनाव में सपा की हार को लेकर भी उस वक्त सवाल उठाए थे। राजभर ने कहा कि अखिलेश ने हमारी बात नहीं मानी। जिसकी वजह से पार्टी को हार का सामना करना पड़ा।